मुंगेर में तीन दिनों के बाद भी बच्ची से हैवानियत करनेवाले दरिंदों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे आमलोगों से लेकर राजनीतिक गलियारों में आक्रोश है। अब ये मामला राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। हालांकि ग्रामीण पुलिस का भरपूर सहयोग कर रहे हैं इसके बावजूद 4 दिन बाद भी हत्यारों का पता नहीं चल सका है। अपराधियों पर कार्रवाई की बात तो दूर, उसकी पहचान तक नहीं हो पाई है।
वहीं पीड़ित के परिवारवालों से नेताओं और दूसरे संगठन के लोगों को मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। लेकिन सत्ता पक्ष के नेता इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। आपको बता दे सफियाबाद ओपी इलाके के एक बच्ची के साथ हैवानियत हुई है। अपराधियों ने पहले रेप कर उसकी हत्या कर दी। हैवानों ने इसके बाद शव तक को नहीं छोड़ा। अपराधियों ने बच्ची की आंखें तक निकाल ली। यही नहीं बच्ची के हाथ पैड़ तक को चूड़ दिया है।
पीड़ित परिजनों से शोक व्यक्त करने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं, परिजनों व ग्रामीणों की एक स्वर में आवाज उठ रही है कि घटना में संलिप्त अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने के साथ ही फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है। वहीं राजद के जिला सचिव राजेश रमन के नेतृत्व में राजद शिष्टमंडल ने पीड़ित परिजनों को आंखों के आंसू पोछने पहुंचे। वही मुंगेर विधानसभा क्षेत्र के राजद प्रत्याशी रहे अविनाश कुमार विद्यार्थी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर सहायता राशि प्रदान किया। अखिल भारतीय भारतीय विद्यार्थी परिषद के विक्की आनंद के नेतृत्व में दर्जनों सदस्यों ने पीड़ित परिजन से मिलकर घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए परिजनों का ढांढस बढ़ाया। इसके साथ ही जदयू के प्रखंड उपाध्यक्ष चिंटू कुमार ने पीड़ित परिजनों से मिलकर 10 हजार रुपये सहायता राशि प्रदान किया।
राजद जिला सचिव राजेश रमन ने कहा कि सुशासन में अपराधी बेलगाम हो गई है। घटना के तीन दिनों बाद भी घटना में संलिप्त अपराधी को गिरफ्तार नहीं करना पुलिस प्रशासन की शिथिलता को दर्शाती है। राजद इस मामले में चुप नहीं बैठने वाली नहीं है। जब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिल जाता है, तब तक राजद सड़कों पर उतर कर धरना-प्रदर्शन करेंगी। जब तक पीड़ित परिजनों को न्याय मिल जाता है। तब तक पीड़ित को हम रोजगार देंगे। मौके पर राजद के जिलाध्यक्ष देवकीनंदन सिंह, शिशिर कुमार लालू, गोरे लाल सिंह, बमबम यादव, राकेश चौधरी, चंदन सहित अन्य मौजूद थे।