NEWSPR डेस्क। मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्यामा राय के कार्यालय के बाहर मंगलवार की सुबह 11:00 बजे ही बीएड सत्र 2018-21 के विद्यार्थी धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे b.ed पार्ट 2 के विद्यार्थियों ने बताया कि वर्ष 2021 के आरंभ में ही उनके अंतिम वर्ष की परीक्षा ली गई थी। जिसमें वे लोग एक विषय में अनुत्तीर्ण हो गए थे।
जिसके बाद उनके द्वारा खेल विषय की परीक्षा जो विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2021 के अंत में आयोजित की गई थी। उस परीक्षा के दौरान दी गई। जिसके बाद परीक्षा में पास होने पर विश्वविद्यालय द्वारा उनका टीआर जारी किया गया लेकिन अब विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे विद्यार्थियों की परीक्षा दोबारा ली जा रही है। जबकि विश्वविद्यालय और कॉलेज की गलती का खामियाजा अब उन लोगों को भुगतना होगा। क्योंकि अगस्त माह के आरंभ में ही शिक्षक नियोजन प्रक्रिया के तहत सफल विद्यार्थियों का काउंसलिंग होना है।
वहीं इस दौरान सत्र 2020 22 b.ed पार्ट टू के छात्र-छात्राएं भी विश्वविद्यालय पहुंचे और कुलपति कार्यालय के बाहर जोरदार हंगामा करने लगे। इस सत्र के छात्र-छात्राओं की मांग थी कि विश्वविद्यालय द्वारा उनके अंतिम वर्ष की परीक्षा को लगातार लंबित किया जा रहा है। जिसकी परीक्षा पूर्व में भी 18 जुलाई से लेने की अधिसूचना जारी की गई थी लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा इसे स्थगित कर दिया गया। जबकि अगस्त माह के पहले सप्ताह में ही शिक्षक नियोजन प्रक्रिया के तहत सफल छात्र-छात्राओं का काउंसलिंग होना है।
b.ed के दोनों सत्रों के छात्र-छात्राओं ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। कुलपति मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राय ने बताया कि विश्वविद्यालय के नियमानुसार b.ed के द्वितीय वर्ष में यदि कोई विद्यार्थी किसी भी एक विषय में फेल होता है तो उसे दूसरे वर्ष की सभी विषयों की परीक्षा देनी होती है। जिसके कारण छात्र हित को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा सत्र 2018 B.ed पार्ट 2 के छात्र-छात्राओं की विशेष परीक्षा आयोजित की जा रही है। वहीं सत्र 2020-22 b.ed पार्ट 2 के परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा अधिसूचना जारी की जाएगी जिसकी परीक्षा 25 जुलाई से ली जाएगी।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट