NEW DELHI. वह किंग खान के साथ काम कर चुके थे। सन्नी देओल के साथ काम कर चुके थे। फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों से उनके संबंध रहे हैं। भारत में उन्हें मैनेजमेंट गुरु कहा जाता है। लेकिन यह सारी पहचान कुछ ही देर में मिट्टी मिल गई। यहां बात इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग मैनेजमेंट (IIPM) के डायरेक्टर अरिंदम चौधरी की हो रही है। जिन्हे टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने अरिंदम चौधरी और उनके साथ एक और निदेशक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मैनेजमेंट ने ही डूबा दी लूटिया
चौधरी पर संस्थान की बैलेंसशीट में हेराफेरी करने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की सूत्रों के अनुसार, सर्विस टैक्स का भुगतान करने के लिए नकदी की कमी का सामना करने के बाद संस्थान निदेशक ने लगभग 23 करोड़ रुपये के सेनवैट की क्रेडिट एंट्री की। इसके बाद यह राशि अगले साल की बैलेंस शीट में दिखाई लेकिन यह कभी भुगतान ही नहीं किया गया। सूत्रों ने कहा कि चौधरी के पास कंपनी के करीब 90% शेयर हैं, जबकि बाकी की उनकी पत्नी के पास हैं। 2018 में, एक अप्रत्यक्ष कर ट्रिब्यूनल ने आईआईपीएम के खिलाफ सर्विस टैक्स की मांग को यह कहते हुए सही ठहराया कि संस्थान द्वारा कर की मांग के आधार पर “शैक्षणिक पाठ्यक्रमों” को बाहर करने की कोई गुंजाइश नहीं है।