NEWSPR डेस्क। मोतिहारी जिले में बंजरिया प्रखंड के 10 पंचायतों का बाढ़ से बुरा हाल है। यहां करीब सवा लाख लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं। उनकी जिन्दगी नाव के सहारे चल रही है। यहां के लोग महीन से बाढ़ की मार झेल रहे हैं। बंजरिया प्रखंड के 10 पंचायतों के लोगों के लिये नाव ही एक मात्र सहारा है। यहां के सड़कों पर पानी की तेज धारा है। गांव से बाहर जाने के लिये काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सिर्फ नाव ही एक साधन है, जिनके जरिये ये लोग सहर तक पहुंच पा रहे हैं। इमरजेंसी या तबियत बिगड़ने पर एनडीआरफ टीम व जिला आपदा वोट रेस्क्यू कर लोगों को जिंदगी बचाने का कार्य कर रही है।
बताते चलें कि बीते 35 दिनों से अधिक समय से बाढ़ का विभीषिका चल रहा है. जिसके चपेट में अभी तक प्रखंड के 10 पंचायत सेमरा, पचरुखा पूर्वी, पचरुखा मध्य, पचरुखा पश्चिमी, जनेरवा, फुलवार उत्तरी, फुलवार दक्षिणी, रोहिनिया, सिसवा पूर्वी, सिसवा पश्चिमी पंचायत के दर्जनों गांव में अभी भी बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिरा हुआ है। सभी गांव टापू बन कर रह गये हैं। लोगों की जिंदगी अभी भी अस्त व्यस्त हैं। प्रशासन की ओर से कहने के लिए 8 सरकारी नाव का संचालन कराया जा रहा है लेकिन यह सिर्फ कागजों में ही. धरातल पर कुछ भी नहीं है।