NEWSPR डेस्क। भले ही देश में कोरोना व ओमिक्रोन लगातार कहर बरसा रहा हो और इसकी संख्या में रोज़ाना कई फीसदी बढ़ोतरी हो रही हो। कोरोना को लेकर एक ओर सरकार की नींद हराम हो गयी है और इससे बचने व बचाने के लिए केंद्र व राज्य की सरकारें नित्य नए नए नियम व पाबंदियां लगा रही है। वहीं मोतिहारि आनेवाली सरकारी बसों में बिहार सरकार के सरकारी बस व उसके कर्मी कोरोना प्रोटोकॉल की ऐसी की तैसी कर रहे हैं।
बिहार सरकार के सरकारी बस कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सरकारी बसों में यात्रियों को भेड़ बकरियों की तरह ठूंसा जा रहे और कोरोना को मुफ्त में बांटा जा रहा। बस के कर्मी लोगों को मुफ्त में कोरोना बांट रहे हैं। वहीं बस कंडक्टर और ड्राइवर का कहना है कि कोरोना तो सिर्फ इन नेताओं व पुलिस अधिकारियों की देन है। गरीबो को जिंदा मारने की एक सोची समझी साजिश है भाई। साहब के अनुसार सत्कर्म कीजिये व इनकी तरह बेफिक्र बिना मास्क के यात्रा कीजिये कोरोना आपका कुछ नही बिगड़ सकता।
वहीं जब हमारे संवाददाता ने इस संबंध में भेड़ बकरियों की तरह यात्रियों से बातचीत की तो यात्रियों ने कहा कि भाई साहब को कोरोना से कोई डर नहीं लगता है। कोरोना तो सरकार की एक सोची समझी साजिश है। कोरोना राजनीतिक हठकंडा है, जिसे सिर्फ चुनाव के लिए प्रयोग किया जाता है। अगर कोरोना है तो कोरोना कला में सरकार चुनाव क्यो कर रही है। कोरोना काल मे सरकारी व गैर सरकारी रैलियों का आयोजन हो रहा।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट