मोतिहारी में भाजपा के लिए सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा, वैसे-वैसे भाजपा कार्यकर्ताओं में अंदर की नाराजगी बाहर आ रही है. पूर्वी चम्पारण में बीजेपी के अंदर कई गुट काम कर रहा है। सभी गुट एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश में जुटा है। जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव हो या विधान परिषद चुनाव, या फिर नगर निगम के मेयर का। इन सभी चुनावों में गुटबाजी साफ तौर पर दिखी. विप चुनाव में भाजपा के एक बड़े गुट जिसका समर्थन एक बड़े नेता का था, उसने दलीय प्रत्याशी की बजाय दूसरे कैंडिडेट की मदद की।नतीजा यह हुआ कि भाजपा कैंडिडेट बबलू गुप्ता की हार हो गई। मेयर चुनाव में कद्दावर नेता के कैंडिडेट रहे भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ दल के दूसरे गुट ने खुलकर काम किया। नतीजा यह हुआ कि भाजपा के कद्दावर नेता के कैंडिडेट औंधे मुंह गिर गए और राजद समर्थित प्रत्याशी की जीत हो गई। अब लोकसभा का चुनाव सिर पर है। अगर यही स्थिति रही तो फिर भाजपा के लिए मोतिहारी सीट बचाना मुश्किल हो जायेगा, क्यों कि स्थानीय सांसद को लेकर नाराजगी इस कदर है कि दल के अंदर का ही बड़ा गुट किसी भी हद तक जा सकता है।
इधर, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश कुमार सिंह के आवास पर आज पार्टी की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व जिला परिषद सदस्य गणेश कुमार सिंह ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि देश की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को एक यात्रा निकाली जाएगी। जिस यात्रा का उद्देश्य जनसंपर्क एवं जन संवाद होगा। जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनके द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यों को, उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर एक रथ निकलेगा, जिस पर नौ वर्ष की उपलब्धियों का विवरण होगा। साथ ही एक पर्चा का भी वितरण होगा, जिसमें उपलब्धियों का जिक्र होगा।
मोतिहारी में भाजपा कार्यकर्ताओं की मीटिंग में तय हुआ कि रथ यात्रा मोतिहारी संगठनात्मक जिले में विभिन्न प्रखंडों में जाएगी, जो 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के दिन समाप्त होगी। इस अवसर पर समाज के प्रभावी लोगों एवं जनप्रतिनिधियों से व्यक्तिगत मिलकर उनसे नरेंद्र मोदी जी को फिर से 2024 में प्रधानमंत्री बनाने हेतु समर्थन मांगा जाएगा।