NEWSPR डेस्क। अररिया प्रखंड स्थित ज़िला निबंधन कार्यालय परिसर में युवा उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने भाग लेकर चयनित युवा उद्यमियों को सर्टिफिकेट प्रदान किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि बिहार में लगातार उद्योग सिर्जित कर लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है।
इसी कड़ी में अररिया के 413 युवा उद्यमियों का चयन किया गया है। जिसमें शुक्रवार को 34 स्वीकृत महिला उद्यमियों को प्रथम क़िस्त के रूप में चार लाख रुपये प्रदान किये गए हैं। मंत्री जी ने बताया कि ऐसे उद्यमियों को विभाग दस लाख रुपये प्रदान करेगा। इस दस लाख की राशि में पांच लाख रुपये अनुदान के रूप में होंगे। बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि हर जिले में उद्योग लगाकर लोगों को घर में ही रोजगार देकर आर्थिक रूप से मजबूत किया जाय।
उन्होंने ने बताया कि अररिया नेपाल से सटा जिला है यहां उद्योग की बड़ी संभावना है। यहां फूड प्रोसेसिंग, मखाना और टेक्सटाइल इंड्रस्टी की बड़ी संभावना है। इस लिए यहां जल्द ही इस तरह के उद्योग की शुरुआत होगी। न्यू टेक्सटाइल पॉलिसी एक साल में टेक्सटाइल इंडस्ट्री से पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। चारों ओर उद्योगों का जाल बिछाया जा रहा है ताकि यहां जो पलायन की समस्या है उसे रोका जा सके। कार्यक्रम में सांसद प्रदीप कुमार सिंह के हाथों प्रशिक्षण प्राप्त आवेदकों को प्रमाण पत्र सौंपा गया।
अररिया ज़िला में जगह चिन्हित किये जा चुके हैं। जल्द ही एक मॉडल जिला उद्योग भवन बनाया जाएगा। बाहर के उद्यमी यहां आकर बड़ी बड़ी फैक्ट्रियां लगाएंगे। यहां जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। ताकि यहां बड़ी फैक्ट्रियां लगाई जा सके। सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ये नीतीश जी का उद्योग का कार्यकाल है। इसलिए बड़े बड़े उद्योग लगाए जा रहे हैं।
एक सवाल पर उन्होंने बताया कि बैंक का रवैया सही नहीं होने के कारण अररिया ज़िले की स्थिति अच्छी नहीं है। जबकि बिहार ही का दरभंगा जिला ने सत प्रतिशत सफलता हासिल की है। इसलिए मैंने बैंक के लोगों को कहा है कि ऋण देने में कोई कोताही न बरतें।