NEWSPR डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी लड़ाई के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों के सुरक्षित वतन वापसी का सिलसिला भी शुरू है। फारबिसगंज के मयंक सिंह भी मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन के इभानु मेडिकल यूनिवर्सिटी गए थे। जहां युद्ध के कारण वे लोग वहाँ फंस गए थे।
युद्ध शुरू होने के बाद भारतीय दूतावास की मदद से मयंक अपने अन्य साथियों के साथ वहां से रोमानिया पहुंचे। जहां से सभी छात्र सकुशल भारत वापस पहुंच गए। मयंक ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि रोमानिया में उनके भारतीय होने की जानकारी मिलने के बाद वहाँ के स्थानीय नागरिकों के साथ रोमानिया के अधिकारियों ने भी उनकी दिल खोल कर मदद की और हर तरीके से सहायता की।
मयंक ने भारत सरकार का धन्यवाद देते हुए सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के प्रयास की काफी तारीफ की और बताया कि जिस तरीके से विदेशों में भारत का नागरिक होने की जानकारी मिलने के बाद उनकी मदद की गई यह सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है।
अररिया से रविराज की रिपोर्ट