बिहार के गया जिले के पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रंगदारी कांड के मामले में फरार चल रहे तीन कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है। गया पुलिस और एसटीएफ के सहयोग से अवैध आर्म्स के साथ कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी की गई है। गिरफ्तार कुख्यात अपराधी के पास से एक देशी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और पांच मोबाइल को बरामद किया गया है। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस वार्ता कर दी है।
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि बीते 5 दिसंबर 2023 को बुनियादगंज थाना में वादी के द्वारा फर्दब्यान दिया गया कि इनके कंस्ट्रक्शन साईट से मजदूर के द्वारा फोन आया कि जल्दी साईट पर पहुंचे और साईट पर पहुंचने पर देखा गया कि चिकु पाण्डेय एवं इनके अन्य सहयोगियों द्वारा कार्य को रोक दिया गया है तथा धमकी दिया गया कि जबतक खर्चा पानी का पैसा नहीं दिया जाएगा, तब तक कंस्ट्रक्शन का कार्य नही चालु करने देंगे और जान से मार देगें।
इस संबंध में बुनियादगंज थाना में कांड सं0 356 आर्म्स एक्ट दर्ज के तहत दर्ज किया गया और मामले की अनुसंधान प्रारंभ किया गया। इस मामले का उद्वेदन के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया और मामले की छानबीन की गई. इसी क्रम में सूचना मिली कि इस घटना में संलिप्त अपराधकर्मी हथियार से लैंस होकर गेरे ओवर ब्रिज के नीचे रेवले लाईन के सटे दक्षिण दिशा में पुल के नीचे बैठ कर डकैती करने की योजना बना रहा है। तत्पश्चात उक्त गठित टीम के द्वारा सूचना का सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई करने के लिए गेरे ओभर ब्रिज के पास घेराबंदी कर छापेमारी किया गया तो छापमारी के क्रम में पुलिस बल को देखकर पाँच अपराधकर्मी रेवले लाईन को पकड़कर भागने लगा, जिसे सशस्त्र बल के सहयोग से तीन अपराधी को पकड़ा गया और इस दौरान दो अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।
पकड़ाया कुख्यात तीनों अपराधी से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम भंवकर पासवान उर्फ भीम पासवान, चिकु पाण्डेय उर्फ विशाल पाण्डेय और नंदु पासवान बताया था। ये सभी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गांधीनगर का रहने वाला है। वही इस कांड में फरार दो अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।