रजौली के संगत मठ के अस्तित्व को बचाने के लिये बैठक, धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिये सड़क पर उतरेगा संत समाज

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। रजौली के संगत मठ के अस्तित्व को बचाने के लिए श्री उदासीन महामंडल प्रबंध समिति बिहार के महंत महामंडलेश्वर विवेक मुनि की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई ।बैठक में संगत मठ के महंत व व्यवस्थापक एवं मठ के संचालन पर विचार विमर्श किया गया ।और बताया कि वर्तमान समय में कुछ षड्यंत्रकारी लोग जो संगत मठ के गुरु ग्रंथ साहिब का दुरुपयोग कर प्रकाश पर्व करने के नाम पर उदासीन परंपरा मठ, मंदिर में खालसा पंथ सिख धर्म का निशान साहिब लगा दिए हैं। जो उदासीन परंपरा के विरुद्ध है। उदासीन परंपरा को खत्म करके सिख गुरुद्वारे की स्थापना करना चाहते हैं जो आज भी संगत में श्री चंद्र उदासीन साधु संत महंत की बरसों पुरानी समाधि स्थल है। जो कि हिंदू धर्म और उदासीन परंपरा के अधीन है ।

सभी साधु संतों ने निशान साहिब को हटाने की मांग श्री उदासीन महामंडल प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने की और कहा कि सभी हिंदू धर्म के साधु-संत सिख धर्म के भी साधु संतों को हम सभी आदर सम्मान करते हैं ।लेकिन सभी का स्थान अलग-अलग है ।सभी को अपने-अपने स्थान और संप्रदाय में ही रहना चाहिए ।बताया कि कोई भी साधु संत समाज गुरुद्वारे का विरोध नहीं किया है ना ही किसी भी गुरुद्वारे के भूमि में पंचदेव ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश ,गणेश ,श्री राम प्रभु का स्थापना नहीं किया ना ही किसी प्रकार का झंडा पताका किसी गुरुद्वारे के ऊपर लगाया है । सभी धर्म का हम साधु संत समाज मान सम्मान करते हैं ।उसी प्रकार से चाहिए कि हमारे उदासीन संप्रदाय के संगत मठ से अपना निशान साहिब को मान सम्मान के साथ सम्मानित पूर्वक हटा लें ।

वहीं श्री उदासीन महामंडल प्रबंध समिति बिहार के प्रवक्ता दयानंद मुनि ने बताया कि उदासीन संप्रदाय के अनेकों मठ मंदिरों में धार्मिक न्यास परिषद में निबंधित मठ मंदिर को सिख गुरुद्वारे के लोग भूमि एवं संपत्ति के लोभ से उसे गुरुद्वारा बनाना चाहते हैं ।जबकि वर्तमान में धार्मिक न्यास समिति के पदाधिकारियों में एसडीओ, वीडियो ,सीओ व थानाध्यक्ष भी हैं। उसके बाद भी संगत मठ के भूमि को जबरन भू माफियाओं के द्वारा कब्जा किया जा रहा है ।वही श्री उदासीन महामंडल प्रबंध समिति के लोगों ने स्थानीय पदाधिकारी से मांग किया कि हिंदू धर्म स्थल का धरोहर को अतिक्रमणकारियों व षड्यंत्र कारियों से बचाया जाए ।नहीं तो मठ मंदिरों की रक्षा के लिए संत समाज सड़क पर उतरेगा ।मौके पर स्वामी हिंदेस्वरानंद ,संत जगदीश स्वरूप ,उपाध्याय महंत विवेक मुनि ,कोषाध्यक्ष महंत पंचम दास ,संरक्षक माननीय श्री कृष्ण मूर्ति,सहायक सचिव महंत रामशरण दास ,शक्ति मुनि, नारायणदास ,गणेश दास, पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत दुर्गादास , सेवादार भोला वक्स दास ,मोनी दास के साथ दर्जनों साधु-संत उपस्थित थे।

नवादा से दिनेश कुमार की रिपोर्ट

 

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