NEWSPR डेस्क। राजीव कुमार ने भारत सरकार के कानून और न्याय मंत्रालय की 12 मई को जारी राजपत्र अधिसूचना के अनुपालन में भारत के 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार ग्रहण किया।बता दें कि राजीव कुमार 1 सितंबर,2020 से चुनाव आयुक्त के रूप में चुनाव आयोग में कार्यरत हैं।
चुनाव आयुक्त के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान,कोविड महामारी की चिंताओं के बीच 2020 में बिहार की राज्य विधानसभा चुनाव, मार्च-अप्रैल 2021 में असम,केरल, पुडुचेरी,तमिलनाडु,पश्चिम बंगाल और हाल ही में 2022 की शुरुआत में गोवा,मणिपुर,पंजाब,उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश के लिए भी विधानसभा चुनाव हुए हैं।
सीईसी के रूप में कार्यभार संभालने के बाद,श्री राजीव कुमार ने कहा कि भारतीय संविधान द्वारा उपहार में दिए गए बेहतरीन संस्थानों में से एक चुनाव आयोग का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने से वो सम्मानित हुए हैं, यह वह संस्थान जो हमारे देश में लोकतंत्र को मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि पिछले सत्तर वर्षों के दौरान चुनाव आयोग ने हमारे नागरिकों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव देने,मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने,कदाचार को रोकने और हमारे चुनावों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया है।
उन्होंने कहा कि, “संविधान के तहत किसी भी बड़े सुधार को लाने के लिए आयोग परामर्श और सर्वसम्मति निर्माण के लिए पहले अपनाए गए उपाय और लोकतांत्रिक तरीकों का पालन करेगा और आयोग कड़े फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।” बेहतर चुनाव प्रबंधन और संचालन के लिए पारदर्शिता लाने और मतदाता सेवाओं को आसान बनाने के लिए प्रक्रियाओं और प्रथाओं को सरल करने के लिए प्रौद्योगिकी को प्रमुख साधन बनाया जाएगा।