बबलू उपाध्याय
बक्सर। रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड में रहने वाले भारतीयों के लिए 22 अगस्त 2020 का दिन ऐतिहासिक रहा जब उन्होंने आयरलैंड की राजधानी डबलिन में रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड के पहले हिन्दू मंदिर का उद्घाटन देखने को मिला। रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड में रहने वाले हिन्दू परिवारों के लिए यह हिन्दू परम्परा को स्थापित करने का एक सशक्त माध्यम होने जा रहा है।
इसके पहले लगातार बढ़ती हिन्दू आबादी के लिए पूजा करने का कोई भी निश्चित स्थान नही था। मंदिर के नही रहने के कारण इसके पहले रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड में रह रहे 25 हजार से भी ज्यादा का हिन्दू समुदाय, सामुदायिक भवन या टाउन हॉल जैसी जगहों पर अपनी परम्परागत पूजा आदि सम्पन्न करते थे।
यह मन्दिर श्री सुधांश वर्मा जी, जो कि वैदिक हिन्दू सांस्कृतिक केंद्र, आयरलैंड (VHCCI), के निदेशक है, के दो दशकों के लंबे प्रयासों का परिणाम है। उन्ही के प्रयासों से सुदूर देश मे हिन्दू मंदिर का स्वप्न साकार हुआ है।
रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड में वर्तमान में कार्यरत और अपनी पत्नी सुप्रिया सिंह और बच्चों के साथ रहने वाले इस मंदिर की स्थापना से प्रफुल्लित अप्रवासी भारतीय श्री रविनंदन प्रताप सिंह, जो मझरिया, बक्सर के निवासी है, ने बताया- हम सभी भारतीयों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक और गर्व प्रदान करने वाला है। इस मंदिर की स्थापना से हम सभी को अपने घर हिंदुस्तान से दूर एक घर के होने का अहसास होता रहेगा। हम सभी अपने बच्चों में अपने घर के संस्कार और आसानी से डाल पाएंगे।
एक और अप्रवासी भारतीय श्री रोहित श्रीवास्तव ने कहा- सुदूर देश मे हमारे संस्कारों, संस्कृति और परंपराओं के लिए समर्पित एक मंदिर का होना अपने आप में ही एक अविश्वसनीय लेकिन सुखद कल्पना थी जो आज वर्षों की मेहनत से साकार हो पाई है। इसके लिए यहाँ का भारतीय समुदाय, रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड की सरकार बधाई की पात्र है।
इस मंदिर का प्रयोग पूजा, प्रार्थना, धार्मिक उत्सव, ध्यान और योग के लिए भी किया जाएगा। इसके साथ ही इस मंदिर के सौजन्य से एक इकोलॉजी प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाएगा जो आयरलैंड में वृहद वृक्षारोपण का कार्य करेगा। साथ ही एक भोजन सुविधा केंद्र का भी गठन किया जाएगा जो कि बेघर और निराश्रित लोगों के लिए भोजन और सहारा उपलब्ध कराएगा।