रेड क्रॉस सोसाइटी ब्लड बैंक निकला फर्जी, 8 महीने से बिना लाइसेंस के ही था कार्यरत, जानिए कैसे हुआ खुलासा

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मोतिहारी जिला प्रशासन और रेड क्रॉस सोसाइटी का एक बड़ा कारनामा और घोर लापरवाही सामने आई है जिसे देख कर और सुनकर आप अचंभित रह जाएंगे। रेड क्रॉस सोसाइटी पिछले आठ माह से अवैध रूप से चल रहा है, यानी जिस संस्थान को विश्व स्तर पर एक अलग पहचान मिला हो उस संस्थान पर मोतिहारी जिले में अवैध होने का तगमा लगा है। बता दें कि बीते 8 महीनों से रेड क्रॉस का ब्लड बैंक बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा है। नव पदस्थापित ड्रग इंस्पेक्टर विकास शिरोमणि के निरीक्षण में ब्लड बैंक विगत 8 महीने से बिना लाइसेंस के अवैध संचालन होते पकड़ा गया है।

ये वही अधिकारी है जिन्होंने यहां नौकरी ज्वाइन करते ही इस संस्थान की जांच की तो ये मामला उजागर हुआ कि ये संस्थान बिगत आठ माह से अवैध रूप से संचालित हो रहा है। वैसे तो ऐसी स्थिति में इसे बंद करवा देना चाहिए था, लेकिन मानवीय आधार पर इस अधिकारी की अनुसंसा पर जिलाधिकारी मोतिहारी शिर्षत कपिल अशोक ने आपदा नियमों के तहत चालू करने का निर्देश अधिनस्थ कर्मचारियों को दिया है।

रेड क्रॉस सोसाइटी के एक वरीय सदस्य अरुण कुमार तिवारी ने इस कारनामे का पोल खोल कर रख दिया। उन्होंने साफ शब्दों में इसके लिए यहां के अधिकारियों और चुनाव जीते हुए सदस्यों को दोषी ठहराया और इसे घोर लापरवाही बताया। वहीं जब हमने इस संबंध में इस सोसाइटी के सचिव विभूति नारायण सिंह से बात की तो उन्होंने इतनी बड़ी बात को बहुत छोटी से चूक करार दिया।

वहीं इस बड़ी चूक और घोर लापरवाही की बात उजागर होने और प्रशाशन की काफी फजीहत होने के बाद जब हमने इस संबंध में मोतिहारी के सिविल सर्जन से बात की तो उनका कुछ अजीबोगरीब बयान सामने आया। साहब को पता ही नही है कि रेड क्रॉस सोसाइटी का लाइसेंस रद्द है। यहां के सिविल सर्जन ने इतना जरूर आश्वासन दिया की वो इसकी जांच करवाएंगे जबकि ये मामला पिछले तीन चार दिनों से सुर्खियों में है और डीएम से लेकर सभी अधिकारी और कर्मचारी अवगत हैं, लेकिन जिले के सबसे बड़े चिकित्सा पदाधिकारी जिनकी CFD नाक के नीचे ये संस्थान चलती है उन साहब को ही कुछ पता नहीं था।

मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट

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