रेलवे के सामान चोरी का खुलेगा राज, पकड़ा गया ऑक्शन बिडर अजय, सरकारी गवाह बननेवाले गवाह की हत्या का है आरोप

Sanjeev Shrivastava

पंकज मिश्र

जामताराः चित्तरंजन में ऑक्शन बिडर बलराम सिंग की हत्या के मामले में पुलिस ने फतेहपुर के ऑक्शन बिडर गंगू उर्फ अजय को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि अजय की गिरफ्तारी के बाद रेलवे में हो रही चोरी के कई मामलों का खुलासा हो सकता है।

 पुलिस के अनुसार भी बलराम की हत्या के पीछे कई कड़ी जुड़ रही है। सभी कड़ियों को अनुसंधान में लाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मृतक बलराम चिरेका से करोड़ों रुपये के तांबा चोरी मामले में सरकारी गवाह भी होने वाला था। मामले में शामिल कई आरपीएफ जवान स्थानांतरित होने के बाद भी हत्या से एक दिन पहले देखे गए थे और दूसरे दिन बलराम की हत्या हो जाती है। इसके साथ बलराम के बीते कुछ दिनों के फ़ोन कॉल भी पुलिस को टटोलना चाहिए। उधर सीआरएमसी के इंद्रजीत सिंह ने चिरेका जीएम से पूछा कि कहां है सुरक्षा व्यवस्था।

तेजी से पनप रहा है रेल माफिया

रेलवे एक ऐसा उद्योग है, जिसमें पूरे साल कोई न कोई काम चलता रहता है। जिसके कारण इसके ठेके के लिए ठेकेदारों की लाइन लगी रहती है। इसके साथ ही रेलवे के सामान भी बड़ी मात्रा में चोरी कर दूसरी जगह खपाए जाते हैं। इन सबके कारण जिस तरह से कोयला का निजीकरण ने कोल माफिया पैदा किया वैसे ही रेलवे का निजीकरण अब रेल माफिया पैदा कर रहा है।

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