बबलू उपाध्याय
बक्सर। रेलवे के निजीकरण के विरोध में अखिल भारतीय रेल बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले एक दिवसीय धरना का आयोजन आगामी 25 अगस्त को बक्सर रेलवे स्टेशन परिसर में किया जाएगा. इस दौरान भारत सरकार के निजीकरण के इस फैसले को गलत बताते हुए इसे वापस लेने के लिए कई वरिष्ठ नेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता धरना में शामिल होंगे ।
आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय मुख्य संरक्षक मिथिलेश कुमार सिंह तथा राष्ट्रीय संयोजक डॉ. निसार अहमद समेत कई नेताओं ने कहा कि मौजूदा सरकार सभी सरकारी उपक्रमों का एक-एक कर निजीकरण करती जा रही है। इस प्रकार हमें गुलामी की और धकेलने का प्रयास किया जा रहा है। भारत की जनता को किसी दूसरे मुद्दे पर भटका कर चंद पूंजीपतियों व उद्योगपतियों के हाथ में संपूर्ण आर्थिक शक्ति देने का काम किया जा रहा है। यह कार्य उसी प्रकार है जैसे अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम पर देश को आर्थिक रुप से गुलाम बना लिया और 200 वर्षों तक भारतीयों पर शासन किया। उसी प्रकार सरकार चंद पूंजीपतियों के हाथों देश को बेच कर उसे गुलाम बनाना चाह रही है। जिसे संघर्ष समिति कभी कामयाब नहीं होने देगी ।
25 अगस्त को आयोजित जनहितकारी धरने में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, पूर्व केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री देवेंद्र यादव, रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व सांसद अरुण कुमार, जविपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार, सदर विधायक, पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रविंद्र गिरीयागे, अधिवक्ता नीलिमा सिन्हा, वरिष्ठ पत्रकार व जेपी सेनानी दिनेश कुमार सिंह, डॉ पुनीत कुमार सिंह, दाऊद अली, पूर्व सांसद तेज़ नारायण सिंह, पूर्व मंत्री अखलाक अहमद समेत कई लोग उपस्थित रहेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता डॉ. सत्येंद्र ओझा, जनवादी नौजवान सभा के जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा, छात्र नेता अंकित कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे. ।