लगातार हो रही मौत पर एसबीआई कर्मियों की मांग – बैंकों में सिर्फ आवश्यक लेन-देन का हो कार्य, कोरोना से मरे कर्मियों का कर्ज किया जाए माफ

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By PR Desk

रजत कुमार

पटनाः कोरोना के असर से हर वर्ग प्रभावित है। इनमें राजनीति से लेकर डॉक्टर, अधिकारी के साथ बड़ी संख्या में बैंक कर्मी भी शामिल हैं। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक विभिन्न शाखाओं के कर्मचारियों अधिकारियों और पेंशनर्स की सुरक्षा और परिवार के भविष्य को देखते हुए सरकार से नौ सूत्री मांग रखी है। इन मांगों को लेकर भारतीय स्टेट बैंक पेंशनर्स एसोशिएसन ने कहा है कि बैंकों में सिर्फ आवश्यक लेन-देन का कार्य करने, कोरोना से मरे कर्मियों का कर्ज किया जाए माफ किए जाने जैसी मांगे शामिल हैं।

एशोसिएसन प्रमुख उमाकांत का कहना है कि पटना मंडल स्थित भारतीय स्टेट बैंक विभिन्न शाखाओं के कर्मचारियों अधिकारियों और पेंशनर्स के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी में भय की स्थिति बनी हुई है। स्टेट बैंक के केवल शाखा में ही लोग डरे हुए हैं, बल्कि स्थानीय प्रधान कार्यालय सभी आंचलिक कार्यालय क्षेत्रीय कार्यालय में अच्छी खासी संख्या में लोग कोरोना से ग्रसित हो हो रहे हैं क्योंकि एक कर्मचारी अधिकारी या पेंशनर यदि कोरोना से ग्रस्त होता है तो उनके पूरे परिवार पर खतरा आ जाता है।

सरकार से की नौ मांग

बैंक कर्मचारी अधिकारी पेंशनर का बैंक एवं सरकार शंकर मन के बारे मामले को देखते हुए रामधन एम सरकार से सुझाव 9 सूत्र के मांग की है। भूतपूर्व अध्यक्ष भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ के उमा कांत सिंह ने कहा हमारी मांग सरकार से ये है कि सभी बैंकों में सिर्फ आवश्यक लेन-देन का कार्य हो, बैंक की कर अवधि प्राता 10:00 बजे से पहन दो बजे तक हो ,एक -एक दिन के अंतराल पर बैंक आने की व्यवस्था की जाए,बैंक के प्रत्येक एटीएम को एवं बैंक के आंतरिक परिसर एवं प्रत्येक ग्रहक को लेन देन के पूर्व सेनिटाइजर किया जाए, बैंक के मुख्य दवार पर बिना मास्क एवं थर्मल स्क्रीनिग के अंदर प्रवेश वर्जित किया जाए, कोरोना से मृत कर्मियों को समान रूप से पति/पत्नी को बैंक में नौकरी दी जाए साथ ही साथ पूर्ण पेशन का प्रावधान हो, कोरोना से मृत कर्मियो के कर्ज को पूर्ण रूपेण माफ किया जाए।

36 कर्मियों की हो चुकी है मौत

अबतक 36 बैंक कर्मियों(पेंशनर्स के अतिरिक्त)मृत्यु हो चुकी है और 1000 से अधिक संक्रमित हो चुके है।इनमे से 10 मृत कर्मी स्टेट बैंक के रहे और लगभग 500 से ज्यादा स्टेट बैंक के कर्मी कोरोना से जूझ रहे है। इस संदर्भ में हम आशा करते है कि अस्पताल में बैंक कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त सुविधा का प्रवधान किया जाए क्योंकि वो सेवा देने के क्रम में बीमार हो रहे है तो सरकार की जिम्मेदारी है उनका ख्याल रखा जाए,इन सब मे जो व्यय हो बैंक द्वारा वहन किया जाए।ये 9 माग है जो सरकार से है अगर सरकार हमारी मांगो को पूरा नही करता है तो हम सभी सोशल डिस्टेंस में धरना प्रदर्शन करेंगे।

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