NEWSPR DESK- छात्रों द्वारा लिखी इस चिट्ठी के वायरल होने के बाद नवोदय विद्यालय औरेया के प्रिंसिपल डॉक्टर संजीव गुप्ता ने बताया कि ये करीब दो महीने पहले की चिट्ठी है, मेरे संज्ञान में आज आई है। इसको लेकर मैंने स्टाफ मीटिंग भी हुई।
तब पता चला कि लड़कों ने चिट्ठी लिखकर अपने वॉर्डन को दी थी और वॉर्डन ने लड़के-लड़कियों से बात करके मामला सुलझा लिया था। लेकिन अब टीचर्स को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी बातें मुझे जरूर बताई जानी चाहिए।
सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही चिट्ठी सोशल मीडिया में इस एप्लीकेशन को लेकर कई मीम्स वायरल हो रहे है। लोग इसे लेकर काफे मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूथर ने सोशल मीडिया में लिख रहा है कि इसी बहाने पुरुष आयोग का गठन कर दिया जाना चाहिए।
तो वहीं कोई हैंडराइटिंग की तारीफ कर रहा है कुछ लोगों ने इस पर टैग दैट पर्सन वाला ट्रेल भी शुरू कर दिया है। एक शख्स ने लिखा- गंभीर समस्या है, लड़कियां धर्राटे काट रही हैं। एक ने लिखा- बराबरी का मतलब है- बराबर मौके, बराबर ईनाम और बराबर सजा भी। इस तरह के कमेंट किया।
सोशल मीडिया में एक एप्लीकेशन खूब वायरल हो रही है। इस एप्लीकेशन कक्षा सात छात्रों ने अपना दर्द प्रिसिंपल को चिट्ठी के जरिए बताया। मामला है उत्तर प्रदेश का औरेया। यहां के तैय्यापुर के जवाहर नवोदय विद्यालय का है। केंद्र सरकार का आवासीय स्कूल है।
इन दिनों यहां से एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर धर्राटे काट रही है। कक्षा सातवीं ‘A’ के लड़कों द्वारा ये लिखी गई है।
इसमें छात्रों ने मांग की है कि क्लास की लड़कियां माफी मांगें। लेकिन प्रश्न ये है कि आखिर कक्षा सात की लड़कियों ने ऐसा क्या किया कि छात्रों ने तंग आकर प्रिंसिपल को चिट्ठी लिख डाली है।