NEWSPR डेस्क। मोतिहारी की सड़कों पर आज भीम आर्मी और अन्य दलित संगठनों ने ऐसा बवाल काटा कि करीब 4 घंटे तक शहर में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया और पुलिस प्रशासन के पसीने छूट रहे थे। स्थिति ऐसी थी कि लोग हलकान कर रहे थे और पुलिस प्रशाशन मूकदर्शक बनी हुई थी।
काफी मशक्कत के बाद सदर एसडीएम और नगर थाना की पुलिस और अन्य अधिकारियों ने 48 घंटे के अंदर कठोर कार्रवाई के आश्वाशन के बाद भीम आर्मी के सदस्यों ने जाम हटाया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। बता दें कि अफरातफरी और भीम आर्मी के उग्र प्रदर्शन की वो तस्वीरें जिसके कारण पूरा शहर अस्त व्यस्त रहा
दरअसल पिछले दोनो मोतिहारी के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के एक नौतन गांव में एक दलित लड़की पिंकी कुमारी काल्पनिक नाम के साथ गांव के कुछ युवकों ने दिनदहाड़े अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसके बाद उसका गला रेत कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। इससे भी उनका जी नही भरा तो अपराधियों ने उसके चेहरे पर तेजाब डाल उसके शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया।
घटना के दो दिन बाद मृत लड़की का शव ग्रामीणों की सूचना पर संग्रामपुर थाना की पुलिस ने बरामद कर लिया और उसका शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप मामले की लीपापोती शुरू कर दी। परिजनों के बार बार आग्रह के बावजूद पुलिस ने अबतक इस कांड में न तो किसी की गिरफ्तारी की है और न ही मामले का उद्भेदन किया है। पुलिस के रवैये के कारण आज भीम आर्मी और अन्य दलित संगठनों ने अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और उसे फांसी की सजा देने की मांग और मुवावजे को लेकर शहर में उग्र प्रदर्शन किया है और पूरे मोतिहारी में अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया है।
तस्वीरों में आप देख सकते है की कैसे भीम आर्मी के सैकड़ों महिला और पुरुष अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आक्रोश रैली निकाल रहे और उसके बाद समाहरणालय को जाने वाली सड़क जहां सभी सरकारी कार्यालय और डी एम और एसपी का कार्यालय और आवास है को लगभग तीन घंटे तक जाम कर दिया और जमकर हंगामा करते हुए पुलिस प्रशाशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ओर खून हंगामा किया। जिसके कारण वहां सैकड़ों गाड़ियों की लंबी कतार तो लग ही गई। साथ में हजारों लोग इस जाम में फंस गए।
इस हंगामे और सड़क जाम की सूचना पर सदर एस डी एम सुमन सौरभ यादव और अन्य अधिकारी करीब दो घंटे बाद वहां पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद लोगों को जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी, दोषी पुलिसकर्मियों को सजा देने और मुवावाजे की मांग को माना तब जाकर आंदोलनकारी लोग शांत हुए और जाम को हटाया गया जिसके बाद लोगो ने राहत की सांस ली।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट