RANCHI: बिहार में विधानसभा चुनाव है तो वही एक तरफ कोरोना काल भी है और इस कोरोना काल ने राजनीतिक दलों और दावेदारों का बड़ा वक्त बर्बाद कर दिया है. जिसकी बेचैनी और देखीजा रही है. राजनीतिक दलों ने सारे पेज जल्द से जल्द सुलझा लेने की बेचैनी साफ देखी जा रही है. टिकट की चाहत रखने वाले लोग अब लालू दरबार में हाजरी लगनी शुरू कर दिए है. सभी में टिकट कंफर्म कराने की होड़ देखि जा रही है.
इसी बीच लालू यादव ने एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, उन्होंने कहा कि पार्टी में जिसे आना है वह आए लेकिन सभी आने वाले लोग टिकट की चाहत ना रखें। इस बीच झारखंड की राजधानी रांची से बड़ा ही दिलचस्प खबर सामने आया है. दरअसल चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव इस वक्त रांची में है. दरअसल रांची के रिम्स में इलाजरत लालू यादव को कोरोना का खतरा था. जिसे देखते हुए उन्हें रिम्स के निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया है. वही कोरोना काल के बीच इस बीच बिहार चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी है. लालू यादव के दरवार में हाजिरी भी लगनी शुरू हो गई है. इस बीच टिकट को लेकर रांची पहुंचने वाले दावेदार हो या फिर सीटों का पेज सुलझने की उम्मीद लेकर लालू दरबार में पहुंचने वाले आरजेडी के सहयोगी दलों के नेता। अब उन्हें रांची पहुंचते हैं मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
बता दें दूसरे राज्य से अगर कोई भी व्यक्ति बिना इजाजत लालू से मिलने पहुंचता है तो उसे जिला प्रशासन 14 दिनों के लिए कोरेंटिन कर देगा आपको बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव में भी महागठबंधन और आरजेडी से जुड़े सारे फैसले लालू की मंजूरी से हुए थे और लगातार आरजेडी और महा गठबंधन के नेता लालू दरबार में हाजिरी लगाते रहे. वही अब विधानसभा चुनाव से पहले दरबार में हाजिरी लगाना काफी मुश्किल होने वाला है