NEWSPR डेस्क। मुंगेर के अंतर्गत पड़ने वाले वन क्षेत्र में कई सालों से सरकार के आदेश के बाद उत्खनन का कार्य बंद है। पर पत्थर माफियाओं द्वारा सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए धड़ल्ले से पत्थर का अवैध रूप से उत्खनन कर रहे। मुंगेर जिला अंतर्गत शामपुर थाना क्षेत्र के ऋषि कुंड इलाके के जखरा स्थान के पास एक पहाड़ पर बड़े पैमाने पर मजदूर के द्वारा पत्थर का उत्खनन किया जा रहा है।
ये सब कुछ जिला पुलिस और वन विभाग के नाक के नीचे खुले आम हो रहा है और इस अवैध पत्थर खनन में लगे मजदूरों कि माने तो लगभग 500 लोग इस अवैध पत्थर खनन के कार्य मे लगे हुए हैं। जिससे उनके परिवार का भरण पोषण होता है। हालांकि वो भी ये जानते है कि ये काम गलत है। फिर भी वो सिस्टम को अंगूठा दिखाते हुए और सरकार के आदेश को ताख पे रखकर लम्बी अवधी से सफेद पोस लोगों के साथ पुलिस और वन विभाग के लोगों को मेल में लेकर इस कार्य को करते चले आ रहे हैं और जब ये हफ्ता नहीं देते तो इन्हें मारपीट कर भगा दिया जाता है।
हालांकि कैमरे के सामने बयान देने वाले शख्श विजय मंडल ने अपने आप को मजदूर बताया है। दरअसल वो पहाड़ पर अवैध पत्थर खनन करवाने वाले ठीकेदार जवायत गांव निवासी अश्विनी मंडल का मुंसी है। इसने बताया कि उनलोगों को 100-200 रु0 प्रतिदिन मिलजाते है पर हकीकत कुछ और ही है। प्रति मजदूर प्रति दिन 1500 से लेकर 2 हजार रु0 कमाते हैं। इस भ्रष्टाचारी युग मे ये धंदा खूब फल फूल रहा और संबंधित बिभाग अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट