अजित सोनी
गुमलाः झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोईया संयोजिका संघ ने झारखंड में 10 हजार करीब विद्यालय को मर्ज के नाम पर बंद कर दिया गया है उसे फिर से चालू करने की मांग की है। संघ अध्यक्ष ने बताया कि स्कूल बंद होने के कारण बड़ी संख्या में रसोईयों का काम छिन गया है।
इससे पहले संघ के बैनर तले गुमला जिला के रसोईया संयोजिका व अध्यक्ष ने जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के समीप रोषपूर्ण धरना प्रदर्शन किया एवं मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र जिला शिक्षा अधीक्षक गुमला को दिया। जिसमें रसोईया का बकाया वेतन से भुगतान करने समेत 15 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया है। जिसमें कहा गया है कि हेमंत सरकार के द्वारा बकाया मानदेय में 500 वृद्धि के साथ घोषणा को शीघ्र लागू किया जाए एवं बकाया मानदेय दिया जाए। मांग पत्र में कहा गया है कि वर्षों से कार्यरत रसोईया संयोजिका को सरकारी परिचय पत्र दिया जाए एवं मध्यान भोजन को निजी कंपनी के सौपने के फैसला को रद्द किया जाए। साथ ही अध्यक्ष को भी मानदेय दिया जाए । मांग पत्र में कहा गया है कि रसोईया सेविका को महिला अवकाश सहित अन्य छुट्टी को लागू किया जाए। साथ ही सरकारी विद्यालय में भी सरकारी शिक्षक एवं सरकारी कर्मचारी के बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने से संबंधित आदेश अनिवार्य किया जाए। धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में संघ से जुड़े लोग भाग लिया।
रसोइया संघ के अध्यक्ष ने अपनी मांग पत्र के जरिये सरकार को चेताया है और कहा की हमारे बकाया मानदेय को सरकार जल्द से जल्द भुगतान करे। यदि सरकार हमारी मांग को नही मानती है तो सत्याग्रह आन्दोलन करने की बात कही।