विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा – तीन लाख से ज्यादा आरटीपीसीआर टेस्ट, मुख्यमंत्री बता रहे 61 सौ, तेजस्वी ने उठाए सवाल, कहा- झूठ के आंकड़ों मे उलझी है नीतीश सरकार

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By PR Desk

सन्नी कुमार

पटना। राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सरकार पर करारा हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया तीन अगस्त को विधानसभा के सत्र में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना पर चर्चा करते हुए बताया था आरटीपीसीआर के तहत राज्य में 3.24 लाख कोरोना टेस्ट कराए गए है। जबकि मुख्यमंत्री खुद रिलीज जारी कर यह बता रहे हैं कि सिर्फ 6100 आरटीपीसीआर टेस्ट हुए हैं। तेजस्वी ने कहा साफ है कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार झूठ का जाल फैलाकर लोगों को बेवकूफ बना रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने राज्य में हुए तीन अगस्त को विधानसभा सत्र के दौरान स्वास्थ्य मंत्री का विडियो जारी करते हुए बताया कि किस तरह मंगल पांडेय झूठ परोस रहे हैं। तेजस्वी ने बताया कि राज्य में कुल टेस्ट 6.75 लाख में स्वास्थ्य मंत्री 52.9 प्रतिशत जांच आरटीपीसीआर के तहत कराने की जानकारी दे रहे हैं। जबकि खुद उनके मुख्यमंत्री कुल टेस्ट का 10 फीसदी से भी कम कोरोना जांच आटीपीसीआर से कराने की बात कर रहे हैं। जाहिर है कि स्वास्थ्य मंत्री ने जो आंकड़े पेश किए हैं वो पूरी तरह से फर्जी और झूठे हैं। जो राज्य की जनता के साथ किया जा रहा है।

राज्य को क्यों नहीं मिला कोरोना का पैसा

तेजस्वी ने तीन दिन पहले कोरोना को लेकर पीएम मोदी की बैठक पर सवाल उठाया है। राजद के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ने बताया कि इस बैठक में देश में कोरोना से प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ पीएम ने हालात का जायजा लिया था। जिसमें बिहार भी शामिल था। इस बैठक के दौरान केंद्र सरकार कोविड राहत के लिए 890 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त जारी की। लेकिन चौंकानेवाली बात यह है कि इस राशि में बिहार को कुछ नहीं मिला है। जबकि खुद मंत्रालय यह मान रहा है कि बिहार में महामारी की हालत नाजुक है। तेजस्वी ने कहा कि क्या राज्य के मुख्यमंत्री यह बताएंगे कि उन्होंने बिहार के लिए पैसों की मांग की या नहीं।

क्यों नहीं बढ़ रहे कोरोना मरीज

पिछले कुछ दिनों से राज्य में 70 हजार से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। तेजस्वी ने इस जांच पर भी सवाल उठाए हैं। तेजस्वी का कहना था कि जब राज्य में 10 हजार टेस्ट होते थे, तब भी तीन हजार मरीज मिल रहे थे, अब जब 70 हजार से ज्यादा टेस्ट के दावे किए जा रहे हैं, फिर भी तीन हजार मरीज ही मिल रहे हैं। तेजस्वी ने कहा यह कैसे संभव है। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि जो आंकड़े प्रस्तुत किए जा रहे हैं, वह एंटी जेन किट से हो रहे टेस्ट की दी जा रही है। जिस पर विश्वास करना कठिन है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता भगवान भरोसे है।

पटना, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में कार्यरत 50 फीसदी डॉक्टर

तेजस्वी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि राज्य के 50 प्रतिशत डॉक्टर सिर्फ तीन जिलों पटना, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में कार्यरत हैं। इससे बाकि जिलों में स्वास्थ्य व्यवस्था को समझा जा सकता है। तेजस्वी ने कहा राज्य में स्वास्थ्य के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि हालात यह है कि शहरी क्षेत्र में 3750 पर एक डॉक्टर हैं, वहीं ग्रामीण इलाके की हालत इससे भी बुरी है, जहां 17500 पर एक डॉक्टर कार्यरत हैं। जो बिहार की हालत को बता रहा है कि 15 साल में क्या किया गया।

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