विश्व में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता JDU ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के संजीव श्रीवास्तव ने दी बधाइयां

Patna Desk

NEWSPR DESK- प्रेस की आजादी के मामले में वर्ष 2013 से वर्ष 2021 तक भारत की स्थिति बेहतर हुई है। वर्ष 2013 में 180 देशों की सूची में भारत की रैंक 140वें स्‍थान पर थी। वर्ष 2017 में भारत की रैंकिंग बेहतर हुई। भारत की रैंक‍िंग चार पायदान ऊपर पहुंच गई। इस वर्ष भारत दुनिया की रैंकिंग में 136वें पावदान पर आ गया।

 

यानी उसकी रैंकिंग में सुधार हुआ। हालांकि, वर्ष 2021 में भारत की रैंकिंग में गिरावट आई। पिछले वर्ष 20 अप्रैल को वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2021 की लिस्ट जारी की गई, जिसमें भारत इस साल भी 180 देशों की सूची में 142वें नंबर पर रहा। इसके पूर्व भी भारत इसी नंबर पर रहा था। इस लिस्ट में पहला नाम नार्वे का है, वहीं दूसरे स्थान फिनलैंड और तीसरे पायदान पर डेनमार्क काबिज है। 180 देशों की सूची में सबसे आखिरी नंबर पर इरीट्रिया का नाम आता है।

 

हालांकि, प्रेस की आजादी के मामले में वर्ष 2021 में दक्षिण एशिया के कई मुल्‍कों की स्थिति अच्‍छी नहीं है। खासकर पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश की रैंकिंग में यह गिरावट देखी गई है। भारत का पड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान की रैंकिंग भी खिसक कर तीन पावदान नीचे चली गई।

 

प्रेस की आजादी के मामले में भारत की रैंकिंग 142वें स्‍थान पर है। बांग्‍लादेश भी चार पावदान नीचे आ गया। इस लिहाज से भारत बेहतर स्थिति में है। हालांकि, प्रेस की आजादी के मामले में नेपाल की स्थिति भारत से बेहतर है। नेपाल की रैंकिंग भारत से बेहतर है।

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