NEWSPR डेस्क। वैशाली में एक विद्यालय जो इन दिनों पारिवारिक विद्यालय के नाम से सुर्खियां बटोर रहा है। सूत्रों की मानें तो महुआ प्रखंड क्षेत्र के अनुदानित उच्च विद्यालय गोपालपुर में विद्यालय के वर्तमान प्रधानाध्यापक लालबाबू राय ने विद्यालय में अपनी पत्नी बेटा बेटी एवं साले को नियुक्त कर विद्यालय को परिवारिक विद्यालय बना दिया है।
इतना ही नहीं वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए सरकारी अनुदान लगभग 43 लाख की राशि में से लगभग आधी राशि अपने परिवार के सदस्य के नाम पर वितरित कर दी थी। विद्यालय प्रबंधन द्वारा विभिन्न अनियमितताओं को लेकर वर्षों से चर्चा में रहे उक्त विद्यालय में प्रधानाध्यापक की मनमानी का आलम यह है कि लगातार आरोप के घेरे में रहते हैं।
विद्यालय के कई शिक्षक एवं कर्मी ने अनुदान के रूप में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए संबंधित वरीय पदाधिकारी से मामले की जांच एवं उचित कार्रवाई की मांग की है। विद्यालय में भी ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर विरोध जाहिर की थी, जिसके बाद सूचना मिलने पर तत्कालीन महुआ एसडीओ ऋची पांडे ने मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रधानाचार्य से जवाब तलब की थी लेकिन कुछ दिन बीत जाने के बाद जवाब नहीं मिल सका उसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी की दूसरी जगह तबादला हो गई।
इसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में जस की तरह रह गई थी। वहीं लोगों का कहना है कि यहां प्रधानाचार्य का मनमानी की वजह से विद्यालय बथान बनकर रह गया है लेकिन विभागीय अधिकारी इस मामले पर अब भी अनदेखी कर रहे हैं। यही वजह है कि विभागीय लापरवाही या शिक्षकों की मनमानी से बिहार में शिक्षा व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है।
वैशाली से प्रिंस कुमार की रिपोर्ट