पूर्वी चम्पारण जिला में शराब का अवैध कारोबार रुकने का नाम नही ले रहा है। एक तरफ लोग शराब पीकर मर रहे तो दूसरी तरफ शराब कारोबारी शराब की खेप मँगवा रहे है। पिछले पांच दिनों मे पूर्वी चम्पारण जिला में 41 लोगों के मौत के शराब पीने से हो गयी है। जबकि शराब कारोबारी इस जानलेवा कारोबार से बाज नही आ रहे है। बल्कि पुलिस की सख्ती के बीच शराब की किल्लत का लाभ उठाकर ऊंची कीमत में बेचने के लिए शराब की खेप मँगवा रहे है। ताजा मामला पूर्वी चम्पारण के तुरकौलिया थाना क्षेत्र का ही है। जहाँ पर जहरीली शराब काण्ड में सबसे ज्यादा 16 लोगो की मौते हुई है। तुरकौलिया थाना के जयसिंहपुर बरहरवा गांव से एक मैजिक पिकअप से भारी मात्रा में नेपाली शराब को मंगाया गया था। लेकिन उत्पाद पुलिस को इसकी भनक लग गयी और उत्पाद पुलिस ने छापामारी कर पिकअप से अनलोड करते समय नेपाली शराब को बरामद किया है। उत्पाद पुलिस के इन्पेक्टर मनीष सर्राफ ने बताया कि तुरकौलिया थाना के जयसिंहपुर पंचायत के बडहरवा गांव में छापामारी किया गया। जहां एक पिकअप से अनलोड करते नेपाली शराब को बरामद किया गया। इस दौरान पिकअप के चालक और सहचालक को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। इस दौरान गांव के दिलीप सिंह के मकान में शराब को उतारकर स्टॉक किया जा रहा था।
जिसकी गिनती करने पर एक हजार 19 बोतल मिले है। उनहोंने बताया कि गिरफ्तार चालक और सगचालक को जेल भेजा जा रहा है। जबकि कारोबारी दिलीप सिंह और अमरेन्द्र सिंह पर प्राथमिकी दर्ज कर तलाश किया जा रहा है। मालूम हो कि कारोबारी अमरेन्द्र सिंह और दिलीप सिंह का भाई बिहार पुलस में सबइन्पेक्टर (दारोगा) के पद पर कार्यरत है। इस सवाल पर उत्पाद इन्पेक्टर मनीष सर्राफ ने कुछ भी खुलकर जवाब नहीं दिया और कहा कि मामले की जांच किया जा रहा है। यहां बता दे कि तुरकौलिया थाना के विभिन्न गांवों में अबतक 16 लोगों की मौत शराब पीने से पिछले पांच दिनों मे हो गयी है। साथ ही जहां से आज नेपाली शराब की बरामदगी हुई है उसी गांव में पांच लोगों की मौत शराब पीने से हुई है।