NEWSPR डेस्क। शेरघाटी अनुमंडल के आमस थाना क्षेत्र के करमाइन गांव की एक दलित परिवार की बेटी बबीता कुमारी ने थाना में महिला उत्पीड़न मामला दर्ज किया। आमस पुलिस की निष्क्रियता के कारण ना तो अभियुक्त गिरफ्तार हुआ और ना ही आवेदन का कोई जांच किया गया। रविवार को पीड़िता बबीता कुमारी ने बताय़ा कि 2 जून 2013 में झारखंड राज्य के हंटरगंज थाना क्षेत्र के भागेवार टोला फतुअचक के अमरेश कुमार के साथ हिंदू रीति रिवाज से विवाह किया गया था।
शादी के कुछ दिन उसे ठीक-ठाक रखा गया। उसके बाद सीआरपीएफ कोबरा में पति की नौकरी हो गई, तब से अमरेश कुमार एवं उनके परिवार वाले रुपया एवं पैसे की मांग करने लगे और धमकी देते हुए कि पैसा नहीं देने पर दूसरी शादी करेंगे। अला की शादी के बाद परिवार वाले की ओर से तोहफे के रुप में नकद तथा सामान दिया गया था। उसके बाद और पैसे नहीं देने पर उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया गया और गुरुआ थाना क्षेत्र के कोइरी बीघा गांव निवासी सुखदेव पासवान के पुत्री किरण कुमारी के साथ विवाह कर लिया।
पीड़िता बबीता कुमारी के भाई दिनेश कुमार दीनबंधु ने बताया कि आमद थाने में करीब 2 सालों से अपनी बहन के न्याय के लिए चक्कर काट रहे लेकिन अभी तक आमद पुलिस ने इस मामले को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने आगे बताया कि अभियुक्त अमरेश कुमार का गया सत्र न्यायधीश पंचम से बेल खारिज हो चुका है। इसके बावजूद भी अभी तक गिरफ्तारी नहीं किया गया है। इस मामले को लेकर गया एसएसपी से दो बार एवं पुलिस महानिरीक्षक मगध प्रक्षेत्र के पास आवेदन देकर न्याय के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक इस मामले को लेकर कोई करवाई नहीं हुआ है।
शेराधाटी से अविनाश कुमार की रिपोर्ट