ईडी की तरफ से शारदा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक बड़ी कार्रवाई की गई है। दरअसल आपको बता दें कि इसपर कार्रवाई करते हुए पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम,माकपा के पूर्व विधायक देवेंद्र नाथ विश्वास और असम के पूर्व मंत्री स्वर्गीय अंजन दत्ता के स्वामित्व वाली कंपनी की संपत्ति कुर्क कर ली है।
इतना ही नहीं आपको बता दें कि इडी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत 3:30 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और तीन करोड़ रुपए की अचल संपत्ति कुर्क करने का स्थाई आदेश जारी किया गया है।
बता दें कि शारदा ग्रुप ने 2013 तक पश्चिम बंगाल, असम और उड़ीसा में संचालन के साथ एक चिट फंड घोटाला चलाया। जिसके तहत 2459 करोड़ रुपए जमा किए गए। जिसमें से करीब 1983 करोड़ रुपए जमाकर्ताओं को ब्याज राशि को छोड़ कर भुगतान नहीं किया गया। ईडी ने कोलकाता पुलिस और सीबीआई की एफ आई आर के आधार पर यह फैसला लिया है।
बता दे की शारदा ग्रुप ऑफ़ कंपनीज के खिलाफ 2013 में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में ईडी ने अब तक करीब 600 करोड़ रुपए की चल अचल संपत्ति कुर्क कर ली है। 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीआई को जांच के आदेश दिए।साथ ही पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और असम पुलिस को आदेश दिए। कंपनी की स्थापना 2008 में की गई थी। आरोप लगाया गया है कि इस कंपनी के मालिक सुदीप्तो सेन ने सियासी प्रतिष्ठा और ताकत की बदौलत मीडिया में खूब पैसा लगाए है।