NEWSPR डेस्क। आज कबीर दास की जयंती है। इसे लेकर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उनकी जयंती पर नमन करते हुए कबीर दास को दाय किया है। बता दें कि ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि यानी 14 जून 2022 को संत कबीर दासजयंती मनाई जा रही। कबीर दास के जन्म के विषय में कई मतभेद मिलते हैं। कबीरदास ने अपने दोहों से लोगों के मन में पैदा हुई भ्रांतियों को दूर किया और धर्म का चोला ओढ़ लोगों में द्वेष पैदा करने वालों पर प्रहार किया था। कहा जाता है कि कबीर को मानने वाले लोग हर धर्म से थे। कबीर दास जी के कई दोहे हमें सफलता के करीब पहुंचाने का काम करते हैं।
बता दें कि उनकी शिक्षाओं और दोहो ने समाज में बहुत बदलाव किया है, इसलिए यह दिन सभी के लिए महत्वपूर्ण है। कबीर दास जयंती किस दिन मनाई जाए, इसको लेकर हमेशा ही मतभेद रहा है। कबीर दास के जन्म या उत्पत्ति एक रहस्य बनकर रह गई है और लोककथाओं में इसको लेकर अलग-अलग बाते लिखी हैं। किंवदंती के मुताबिक कबीर दास का जन्म साल 1398 में हुआ था।
उनके माता-पिता की पहचान भी अज्ञात है। लोककथाओं के अनुसार उनकी माता एक ब्राह्मण थीं। कबीर दास एक कवि, संत और समाज सुधारक थे। कबीर दास मुख धार्मिक परंपराओं के मुखर विरोधी भी थे। कबीर दास की कविता को समझना इतना मुश्किल नहीं था क्योंकि उनके सारे दोहे हिंदी में लिखी गई थी।