भागलपुर, अपने भारत देश को आजाद कराने के लिए कई वीर सपूत शहीद हो गए, कुछ वीर सपूतों के नाम लोगों के जुबान पर है लेकिन कई ऐसे वीर सपूत जिन्होंने अपना अहम योगदान देश की आजादी में दिया है वह गुमनामी के अंधेरे में इतिहास के पन्ने में खो गए हैं, उन्हें उभारने और युवाओं को उनकी गाथा याद दिलाने के लिए संस्कार भारती के द्वारा पूरे प्रदेश में देशभक्ति पर आधारित गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जा रहा है, यह नुक्कड़ नाटक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमृत महोत्सव के समापन के अवसर पर संस्कार भारती के द्वारा पूरे प्रदेश में किया जा रहा है, यह कार्यक्रम भागलपुर बांका खगड़िया कटिहार के अलावे कई जगहों पर एक साथ चल रहे हैं, इसी बाबत आज भागलपुर के घंटाघर चौक पर तारापुर में शहीद हुए वीर क्रांतिकारियों के गाथा पर आधारित नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान बरियारपुर के अंग नाट्य मंच के निर्देशक संजय कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम को कराने का मुख्य उद्देश्य है जो गुमनामी के अंधेरे में इतिहास के पन्नों में खो गए हैं उन्हें उजागर करना है, उन्होंने बताया तारापुर में 34 क्रांतिकारी वीर सपूतों की शहीदों की शहादत हुई है उसी घटना पर आधारित नुक्कड़ नाटक तारापुर के शहीद का मंचन किया जा रहा है साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी गाथा को उभारना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है जिससे आज के युवा उन वीर सपूतों की कहानी जाने और देशभक्ति का जज्बा पैदा हो जिससे देश के सम्मान के लिए जीने मरने की कसमें खाएं।