बबलू उपाध्याय
बक्सरः जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिले में जहां तीन दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है, वहीं, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस विकट स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ पा रहे हैं। इन लोगों के सबक सिखाने के लिए प्रशासन भी गंभीर हो गई है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद भी बड़ी संख्या में लोग सड़क पर घूमते नजर आए, जिन्हें खदेड़ने के लिए प्रशासन को लाठी भांजनी पड़ी। इस दौरान नियमों का पालन नहीं करने पर दो दुकानों को सील कर दिया गया।
दरअसल, अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय शनिवार को लॉकडाउन की स्थिति को देखने के लिए सड़कों पर निकले. वह आने – जाने वाले तथा सड़कों पर घूम रहे लोगों को स्पीकर से प्रेरित करते हुए आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान नगर के पीपरपांती रोड में उनकी नजर एक दवा दुकान पर गई। जय फ़ार्मा नामक इस दवा दुकान पर बैठे हुए दुकानदार ने बिना मास्क पहले ही दवाओं के विक्रय का कर रहा था, ऐसे में एसडीएम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच की. पूछताछ में दुकानदार संक्रमण के प्रसार को लेकर गंभीर नहीं दिखा. एसडीएम ने तत्काल दुकान को बंद करते हुए सील करने का आदेश दिया. इसी क्रम में जैसे ही एसडीएम रामरेखा घाट की तरफ बढ़े उन्होंने देखा कि श्री मेडिकल नामक एक और दवा की दुकान पर दुकानदार इसी प्रकार बिना मास्क के बैठे हुए थे ऐसे में यहां भी उन्होंने पहले की गई कार्रवाई के अनुरूप ही दुकान को सील करने की कार्रवाई की।
जिले में कर्फ्यू की जरुरत
लोगों मे कोरोना संक्रमण का बढ़ते खतरा के बाद लगतार जिले के अन्य सामाजिक लोगो की तरफ से लॉकडाउन अवधि बढ़ाने और जिले में कर्फ्यू लगाने की मांग की जा रही है। वरिष्ठ कोंग्रेस नेता हरिशंकर त्रिवेदी के मुक़ाबिक बक्सर में लॉकडाउन आम लोगो ने बेअसर कर दिया है। प्रशासन को कड़ा कदम उठाना चाहिए।