सदर अस्पताल में निरीक्षण के दौरान सफाईकर्मियों ने डीएम को बताई अपनी व्यथा, नोटिस जारी।

Patna Desk

 

 

मोतिहारी के स्वास्थ्य महकमे में साफ सफाई करने वाले एजेंसियों द्वरा सफाई कर्मियों का दोहन और शोषण का मामला सामने आया है। यहाँ सुबह 6 बजे से शाम के 5 बजे तक काम लिया जाता है पर सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी नही दिया जाता है। लेबर सुपरिटेंडेंट से लेकर जिला के डीएम ने ढाका अनुमंडलीय अस्पताल से लेकर सदर अस्पताल तक का जब निरीक्षण किया है तो सफाई एजेंसियों की यह करतूत सामने आया है।

दिलचस्प बात यह भी है की साफ सफाई का ठेका एनजीओ के हवाले है यानी समाज सेवा के नाम पर रजिस्ट्रर्ड एनजीओ ही मजदूरों का शोषण कर रहा है।मोतिहारी के डीएम सौरभ जोरवाल ने जब सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान सफाईकर्मी महिलाओं से उनकी समस्या पूछा तो सफाईकर्मी महिलाओं ने डीएम को अपनी व्यथा बताया । सफाई कर्मियों ने बताया कि सुबह 6 बजे से शाम के 5 बजे तक काम करने पर उन्हें सिर्फ साढ़े चार हाजर रुपया ही मिलता है।ढाका अनुमंडलीय अस्पताल के सफाई कर्मियों द्वारा कम भुगतान मिलने पर लेबर सुपरिटेंडेंट ने ढाका अनुमंडलीय अस्पताल में साफ सफाई करने वाले एनजीओ को दुबारा नोटिस जारी किया है तो वही सदर अस्पताल में सफाई कर्मियो को कम भुगतान पर डीएम ने कार्रवाई की बात कही है।

Share This Article