देर रात प्रसव पीड़ा से कराह रही एक महिला का प्रसव जर्जर सड़क के कारण अस्पताल जाने के दौरान ऑटो में ही हो गया था। वह महिला मुखिया से मदद की गुहार लगाने उनके आवास पर पहुंची थी। अब हंटरगंज प्रखंड के गोसाईडीह पंचायत के मुखिया प्रेमचंद सिंह व उनकी टीम न सिर्फ निजी खर्चे से राष्ट्रीय राजमार्ग में बने गड्ढों की मरम्मत करवा रहे हैं बल्कि उसमें घायल होने वाले लोगों के उपचार में भी आर्थिक रूप से मदद करने के की घोषणा की है।
सोनू भारती
चतरा। जिले की लाइफ लाइन कही जाने वाली झारखंड को बिहार से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 99 की बदहाली से तंग लोगों को तंत्र के बजाय अब समाजसेवियों का सहारा मिल गया है। लंबे समय से जर्जर अवस्था में गड्ढों में तब्दील हो चुके राष्ट्रीय राजमार्ग के जीर्णोद्धार के आम लोगों के आंदोलन को जब तंत्र का साथ नहीं मिला तो ऐसे में आम लोगों की समस्या और दिन प्रतिदिन बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने को ले स्थानीय मुखिया और समाजसेवी तारणहार बनकर सामने आए हैं।
हंटरगंज प्रखंड के गोसाईडीह पंचायत के मुखिया प्रेमचंद सिंह व उनकी टीम न सिर्फ निजी खर्चे से राष्ट्रीय राजमार्ग में बने गड्ढों की मरम्मत करवा रहे हैं बल्कि उसमें घायल होने वाले लोगों के उपचार में भी आर्थिक रूप से मदद करने के की घोषणा की है।
दरअसल देर रात प्रसव पीड़ा से कराह रही एक महिला का प्रसव जर्जर सड़क के कारण अस्पताल जाने के दौरान ऑटो में ही हो गया था। वह महिला मुखिया से मदद की गुहार लगाने उनके आवास पर पहुंची थी। जहां से अस्पताल जाने के दौरान सड़क पर बने गड्ढों में वाहन के फंसने के बाद गाड़ी में ही उसका प्रसव हुआ था। इससे विचलित स्थानीय मुखिया व अन्य समाजसेवियों ने न सिर्फ जार जार राष्ट्रीय राजमार्ग को दुरुस्त करने का बीड़ा उठाया बल्कि खुद अहले सुबह जेसीबी व अन्य गाड़ियां लेकर वे सड़क मरम्मत कार्य में भी जुट गए। मुखिया व समाजसेवियों के इस कार्य को न सिर्फ स्थानीय लोगों का समर्थन मिला है बल्कि इन्हें आम लोगों का साथ भी मिलने लगा है।
मुखिया ने बताया कि हंटरगंज प्रखंड के दर्जनों गांव के लोग लंबे समय से राष्ट्रीय राजमार्ग को दुरुस्त करने की मांग को ले आंदोलित हैं। बावजूद ईनके आंदोलन को ना तो जिला प्रशासन का साथ मिला है और ना ही जनप्रतिनिधियों का। ऐसे में इस सड़क से होकर गुजरने वाले दर्जनों लोगों की ना फिर सड़क दुर्घटनाओं में जान जा चुकी है बल्कि कई आज भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। ऐसे में वे और उनकी टीम ने लोगों की समस्याओं को देखते हुए स्वयं जर्जर व एनएच की मरम्मत निजी खर्चे कराने का निर्णय लिया है। सड़क की मरम्मत ई में जितनी भी राशि खर्च होगी वे और उनकी टीम इस राशि को खर्च करेंगे। मुखिया व समाजसेवियों के इस निर्णय से सड़क से होकर गुजरने वाले आम लोगों ने राहत की सांस ली है।
गौरतलब है कि हंटरगंज के ग्रामीणों ने दर्जनों बार सांसद विधायक व मुख्यमंत्री के समक्ष जर्जर एनएच की मरम्मत ही की गुहार लगाई थी। बावजूद न तो किसी ने इस ओर अपनी रुचि दिखाई और ना ही कोई आम लोगों की समस्याओं के निवारण में उनके साथ खड़ा हुआ। जिससे आम लोगों ने जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध रोष व्याप्त है।