NEWSPR डेस्क। आज भारत की कोकिला सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि है। वहीं उनके पुण्यतिथि पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हें याद करते हुए नमन किया और श्रद्धांजलि दी है। बता दें कि सरोजिनी नायडू देश की पहली महिला राज्यपाल थी। इसके अलावा भारत की स्वतंत्रता में भी उन्होंने अहम भुमिका निभाई है। इसलिए उन्हें स्वतंत्रता सेनानी भी कहा जाता।
बता दें कि महिला की दुर्दशा सुधारने में उनका अहम योगदान रहा है। उन्होंने महिलाओं को चूल्हे चौके की दुनिया से बाहर निकालकर आंदलन में आने को प्रेरित किया था। सरोजिनी नायडू को भारत में प्लेग महामारी के दौरान किए गए काम के लिए अंग्रेजी सरकार ने ‘कैसर-ए-हिंद’ पदक से भी सम्मानित किया था लेकिन जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद उन्होंने विरोध स्वरूप यह सम्मान लौटा दिया था।
भारत कोकिला’ के नाम से प्रसिद्ध सरोजिनी नायडू का निधन 2 मार्च, 1949 को हो गया था सरोजिनी नायडू की पहली मुलाकात 1914 में लंदन में हुई थी। वे गांधी से बहुत प्रभावित हुईं। वे दक्षिण अफ्रीका में गांधीजी की सहयोगी रहीं। 925 में उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कानपुर में हुए अधिवेशन में प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष बनाई गईं। स्वतंत्र भारत में वे किसी राज्य की पहली महिला राज्यपाल बनीं। सरोजिनी नायडू को 1947 में संयुक्त प्रांत, अब उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। वे 15 अगस्त 1947 से 2 मार्च 1949 तक उत्तर प्रदेश की राज्यपाल रहीं।