NEWSPR डेस्क। खगड़िया के परबत्ता सीडीपीओ कामिनी कुमारी द्वारा बीते 15 अगस्त को राष्ट्र ध्वज फहराने के दौरान हुई चूक का मामला दिन व दिन गहराते ही जा रहा है। जानकारी अनुसार 15 अगस्त के दिन शहर के हर गांव मुहल्ले में काफी हर्षोल्लास के साथ जिलेवासियों द्वारा स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर परबत्ता सीडीपीओ कामिनी कुमारी द्वारा झंडोत्तोलन के दौरान हुई चूक की वीडियो वायरल हो गई।
जिसको लेकर इलाकों में सीडीपीओ की इस चुक को हड़कत बता चर्चाएं रुकते नहीं रुक रही है। परबत्ता सीडीपीओ कामिनी कुमारी को 15 अगस्त को भरसो पंचायत के थेभाय गांव के वार्ड संख्या 2 में महादलित टोला में झंडोत्तोलन के लिए जिलाधिकारी द्वारा विधि व्यवस्था को देखने तथा वहां के बुजुर्गों द्वारा झंडोत्तोलन कराने का निर्देश दिया गया था। लेकिन सीडीपीओ द्वारा उक्त तिथि को बुजुर्ग लोगों को दरकिनार कर खुद झंडोत्तोलन करने के लिए भिर गई।
उसमें भी उलटी झंडा और पुरानी सड़ी बॉस के रस्सी में बांधकर खींचना शुरू किया। जो कि जो सीडीपीओ कामिनी कुमारी के हाथों रस्सी के खिंचाव को सहन नहीं कर सका और झुक गया। इसके बाद झुके हुए झंडे को सलामी तक दे दिया गया। थेभाय गांव के ग्रामीण युवक अजय राज ने जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष और पुलिस कप्तान अमितेश कुमार सहित कई अन्य उच्च अधिकारी को आवेदन देकर अवगत कराया गया ।
खगड़िया से राजीव की रिपोर्ट