सुप्रसिद्ध लेखिका प्रो. डाॅ. उषा किरण खान हम सब को छोड़कर चल बसीं. पटना के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांसें लीं.
हिंदी और मैथिली साहित्य में कई उपन्यासों/कथाओं के जरिए उल्लेखनीय योगदान करने वाली बयासी वर्षीया उषा जी को पद्मश्री समेत कई सम्मान मिले. उनका अब नहीं होना हमारे लिए सही मायने में अपूरणीय क्षति है. भावभीनी श्रद्धांजलि