सुरक्षाबलों की छापेमारी में कारतूस और विस्फोटक मिले: 754 पीस कारतूस और 21.5 किलोग्राम आईईडी बनाने में उपयोग होने वाला विस्फोटक बरामद
बिहार के गया में सुरक्षाबलों की छापेमारी में बड़ी सफलता हासिल हुई है. नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान कारतूस और विस्फोटक बनाने की सामग्री का जखीरा बरामद किया गया है. छापेमारी में सीआरपीएफ और और आरएफटी गया की टीम शामिल थी. गया जिले के बांके बाजार थाना के जंगल -पहाड़ी वाले इलाके से सुरक्षाबलों को सफलता मिली है.
बांके बाजार के मुरैनिया जंगल में मिली सफलता
गया जिले के नक्सल प्रभावित बांके बाजार थाना अंतर्गत मुरैनिया गांव के जंगल और पहाड़ी वाले इलाके से यह सफलता मिली है. जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी, कि बांके बाजार के जंगल- पहाड़ी वाले इलाके में नक्सलियों ने भारी संख्या में कारतूस और विस्फोटक का जखीरा इकट्ठा करके रखा है. सूचना प्राप्ति के बाद सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक रेंज पटना टैक गया विमल कुमार विष्ट, सीआरपीएफ 159 के कमांडेंट कुमार मयंक के नेतृत्व में मुरैना के जंगल में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन चला. इस दौरान नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा छुपा कर रखे गए कारतूस और विस्फोटक बनाने की सामग्री बरामद की गई है. बरामद सामग्री भारी मात्रा में है
754 कारतूस बरामद, 21.5 किलोग्राम आईईडी बनाने का विस्फोटक बरामद
सीआरपीएफ के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों की छापेमारी में भारी मात्रा में विभिन्न किस्म के राउंड एवं आईईडी बनाने की सामग्री की बरामदगी की गई है. .315 बोर की 337 गोली, .22 बोर की 417 गोली एक खोखा आईईडी बनाने में उपयोग होने वाला आयरन छारा 14 किलोग्राम, प्लास्टिक जैलेट 7.5 किलोग्राम आदि की बरामदगी की गई है.
सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के लिए किया गया था इकट्ठा: सीआरपीएफ कमांडेंट
सीआरपीएफ कमांडेंट कुमार मयंक के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के लिए नक्सलियों के द्वारा इसे इकट्ठा किया गया था. सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के लिए नक्सली विध्वंसक घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. मिले इनपुट के आधार पर ऑपरेशन चलाकर इतने बड़े पैमाने पर आईईडी बनाने में उपयोग होने वाले विस्फोटक और भारी संख्या में कारतूस की बरामदगी की की गई है. इस तरह की सफलता के बाद सुरक्षाबलों का नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है.