सृजन घोटाले में संस्था के संचालकों का नाम नहीं, सीबीआई की जांच पर तेजस्वी ने उठाए सवाल
पटना डेस्कः सृजन घोटाले में सीबीआई द्वारा विशेष अदालत में दायर की गई चार्जशीट पर तेजस्वी यादव ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जांच में सीबीआई द्वारा संस्था के कर्ताधर्ता की गिरफ़्तारी की कोशिश नहीं की जा रही है, जो बताता है कि उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है। सीबीआई ने शनिवार को पूर्व आईएएस अधिकारी केपी रमैया के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की है।
ट्विटर पर किया पोस्ट
सृजन घोटाले पर सीबीआई जांच पर तेजस्वी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि ‘ बिहार सरकार के शीर्ष पर बैठे सृजन घोटाले के मुख्य सूत्रधार को CBI द्वारा क्यों बचाया जा रहा है? महादलित विकास मिशन घोटाला, ज़मीन और सृजन घोटाले के आरोपी केपी रमैया तो उनकी आँखों का तारा है।पटना हाईकोर्ट ने केपी रमैया के भ्रष्टाचार पर तल्ख टिप्पणियां की थी’
2017 में जांच क्यों
तेजस्वी ने कहा कि सृजन पर सरकार शुरु से ही मेहरबान रही है। उन्होंने कहा कि 2017 में सीएम ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही उन्होंने इसकी जांच कराने के आदेश दिए थे। जबकि 2008 में ही कैग ने संस्था को लेकर आपत्ती जताई थी। तेजस्वी ने कहा कि राज्य सरकार का पूरा पैसा सृजन के खाते में ट्रांसफर हो गया है। जरुरत पड़ने पर सरकार उनसे पैसा लेती है। सृजन घोटाले को 33 सौ करोड़ के फर्जीवाड़े में कई बड़े नाम को बचाने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि अरबों रुपए के सृजन घोटाले में पूर्व डीएम केपी रमैया सहित 60 लोगों के खिलाफ शनिवार को पटना की विशेष अदालत में चार्जशीट दायर किया था।