पटना डेस्क/ कहा जाता है कि प्यार अँधा होता है उसे न समाज देखता न परिवार। प्यार जब परवान चढ़ने लगता है तो रिश्ते-नाते सब पीछे छूट जाते हैं और प्रेमी प्रेमिका दो शरीर एक जान बन जाते हैं. ऐसा ही एक मामला राजधानी से आया है जहाँ शादी शुदा मर्द को अपने सैलून के सामने रहनी वाली 4 बच्चों की मां से प्यार हो गया. प्यार परवान चढ़ा और अकेले में मुलाकात शुरू हो गई. समाज की बंदिशों ने इन्हें घर से भागने पर मजबूर कर दिया. लेकिन किसे पता था की ये इश्क जानलेवा साबित होगा.
आपको बता दे की पूरा मामला पालीगंज का है. जहाँ शनिवार तड़के सिकंदरपुर गांव के बधार में एक युवक के शव पर ग्रामीणों की नजर पड़ी. पास में ही एक शादीशुदा महिला भी अचेतावस्था में पड़ी थी. यह खबर जंगल में लगी आग की तरह इलाके में फैल गई. जिसने भी सुना वह उस ओर दौड़ पड़ा। देखते ही देखते बधार में लोगों की भीड़ जमा हो गई।
महिला और पुरुष को बधार में पड़ा देख लोग तरह-तरह की चर्चा करने लगे। मृतक की पहचान मखमिलपुर निवासी 38 वर्षीय शंकर ठाकुर व महिला की पहचान लालगंज सेहरा निवासी 36 वर्षीय सुनीता देवी के रूप में की गई। इस बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना करने के बाद दोनों को कब्जे में लेकर अनुमंडल अस्पताल पालीगंज भेज दिया।
यहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। मृतक शंकर ठाकुर की पत्नी सुनीता देवी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि उसके पति और महिला के बीच विगत एक वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी जब उसे मिली तब उसने अपने पति पर दबाब बनाना शुरू किया। दबाब बढ़ता देख दोनों चार माह पूर्व भाग गए। काफी खोजबीन के बाद दोनों का कहीं कुछ पता नहीं चला।
मृतक शंकर ठाकुर की पत्नी ने बताया कि उसका पति सेहरा बाजार में सैलून खोल रखा था उसी की कमाई से घर-परिवार चलता था। सैलून के सामने ही संतोष चौधरी का घर है । जिसमें वह पत्नी सुनीता व चार बच्चों के साथ रहता था।
आमने-सामने रहने के कारण शंकर पर सुनीता की हर दिन मुलाकात होती थी। यह मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गया और दोनों की एक दूसरे के साथ नजदीकियां बढ़ गई। प्यार का परवान चढ़ता गया और एक दिन ऐसा आया की दोनों बाल-बच्चों और पति पत्नी को छोड़ कर घर से भाग निकले।