रोहतास जिले के अकोढीगोला प्रखण्ड अंतर्गत नवाडीह बाल पर चतुर्मास व्रत के उपलक्ष्य में आयोजित पांच दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ रविवार को हवन पूजन व भंडारा के साथ सम्पन्न हो गया। यज्ञ में पधारे आचार्यों, साधु संतों को यज्ञ के अधिष्ठाता यतिराज सुंदर राज स्वामी द्वारा नकद राशि व अंग वस्त्र भेंट कर बिदाई किया गया।यज्ञ के सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यज्ञ सफलता में मेरा कोई योगदान नहीं है। मै तो बिना बुलाए यहां आकर बैठ गया। इस यज्ञ को सफल बनाने में मेरे गुरुदेव श्रीश्री 108 श्री त्रिडंडी स्वामी महाराज व नारायण के साथ साथ यज्ञ समिति के एक एक कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम व सेवा का ही परिणाम है। बता दें कि सुबह के मंगला आरती के बाद लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के अधिष्ठाता सुंदर राज स्वामी का राजपुर ग्राम निवासी नाई नारायण ठाकुर द्वारा क्षौर क्रम किया गया। तत्पश्चात स्नान व नए वस्त्र धारणा करने के बाद मंच पर पहुंचे स्वामी जी यज्ञाचार्य दिनेश शुक्ला द्वारा प्रधान कुण्ड से लाए गए कलश के जल से अमृत स्नान कराया। इस अवसर पर स्वामी जी ने श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है। कुछ तथाकथित लोग इस धर्म को तोड़ना चाह रहे हैं। धर्म की रक्षा करने के लिए सभी को आगे आना होगा। वहीं उन्होंने कथा पंडाल में उपस्थित लोगों से किसी के प्रलोभन में आकर अपना धर्म ना छोड़ने का संकल्प दिलवाया। यति राज सुंदर राज ने कहा कि यज्ञ से केवल धार्मिक कार्य ही नहीं होता बल्कि सामाजिक सौहार्द व भाईचारा भी बढ़ता है। आज जितना भीड़ उमड़ा है इस भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस प्रशासन के बस की बात नहीं था। लेकिन नवाडीह बाल पर ऐसा सामाजिक सौहार्द व भाईचारा का माहौल बना की स्वयं लोग निगरानी करने में जुट गए। यज्ञ को सफल बनाने में यज्ञ समिति के कार्यकारी अध्यक्ष नंद कुमार सिंह, पूर्व प्रमुख बिजय सिंह, मुडिंयार पंचायत के मुखिया बबलू तिवारी, पूर्व मुखिया हरेराम सिंह, मदन तिवारी, बृज बिहारी पाण्डेय, रामजीत पाण्डेय, पंकज सिंह सहित क्षेत्र वासियों तथा स्थानीय प्रशासन का सराहनीय योगदान रहा।