बारिश का मौसम अभी शुरू ही हुआ है हिंदी महीने की बात करें तो अभी जेष्ठ महीना चल रहा है, बारिश का मौसम हिंदी महीने के अनुसार आषाढ़ श्रावण भादो में होता है, मगर इस जेष्ठ महीने में ही हाजीपुर शहर के विभिन्न इलाकों में पानी कुछ इस कदर भर गया है मानो या शहर नहीं झील हो, हाजीपुर के वार्ड नंबर 28 और 37 के ईलाके को देखकर कश्मीर के डल झील की याद ताजा हो जाती है, बस कमी है तो सिर्फ रंग-बिरंगे शिकारे की, हालांकि हाजीपुर नगर परिषद ने जलजमाव के बाद एक नाव की व्यवस्था जरूर कर दी है जिससे सैकड़ों लोगों के आने जाने की व्यवस्था है, कई लोग तो घर छोड़कर दूसरे स्थान पर रहने चले गए हैं, वहीं कई लोग अपनी मजबूरी में अभी भी घरों में ही किसी तरह रह रहे हैं।
जलजमाव पीड़ितो का कहना है की शिकायत करने पर उन्हें तत्काल पलायन कर अपनी व्यवस्था स्वयं कर लेने को कहा जाता है, जल जमाव पीड़ितों ने कहा, कि जिनके पास अधिक पैसे हैं वह तो कहीं भी जाकर रह सकते हैं, मगर हम पैसे के अभाव में कहां जाएं, कोई सुनने वाला ही नहीं है, और तो और नाव वापस ले लेने की बात भी कहीं जाती है, ऐसे में इन मजबूर लोगो ले पास क्या चारा बच जाएगा ?