NEWSPR डेस्क। दुमका में 17 साल की 12वीं की छात्रा को जिंदा जला दिया गया। एक मुस्लिम लड़के ने रात को खिड़की से पेट्रोल डालकर उसे आग लगा दी। जिसके पांच दिन बाद रांची में छात्रा की मौत हो गई। छात्रा की मौत पर हिन्दू संगठन ‘लव जिहाद’ का आरोप लगा रहे हैं। वहीं ढ़ते दबाव के बीच झारखंड सरकार ने गुनहगार को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल का आश्वासन दिया है।
17 साल की अंकिता सिंह गर्ल्स हाई स्कूल में 12वीं में पढ़ती थी। खर्च चलाने के लिए ट्यूशन पढ़ाती थी और हर महीने एक हजार रुपये कमाती थी। अंकिता बड़ी होकर पुलिस अफसर बनना चाहती थी। बता दें कि लड़की की मां की पहले ही कैंसर से मौत हो चुकी थी। पिता जैसे तैसे कमाते थे। किता को आरोपी शाहरुख का रात 9 बजे फोन आया. शाहरुख ने फोन पर उससे बात करने और उसके कॉल का जवाब देने को कहा। अंकिता ने इनकार कर दिया। इसके बाद शाहरुख ने उसे धमकी दी।
बह 4 बजे शाहरुख अंकिता के घर पहुंचा। खिड़की के रास्ते अंकिता के रूम में गया और अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। खुद को जलता देख अंकिता रूम के बाहर आ गई। खुद के ऊपर पानी डाला लेकिन आग नहीं बुझी। फिर पिता भाई ने उसे आग से बचाया। आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाय गया। जहां उसका शरीर का गले से नीचे का पूरा हिस्सा जल गया। जिसके बाद इलाज के पांच दिन बाद उसने दम तोड़ दिया। दुमका, देवघर, लातेहार और अन्य जिलों में विरोध प्रदर्शन। डीसी, एसपी व पुलिस का सड़कों पर मार्च कर रहे लोगों को कंट्रोल कर रही। आज उसका अंतिम संस्कार किया गया है। मामले ने तूल पकड़ ली है।