कटिहार साइबर डीएसपी वसीम फिरोज ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी विनोद कुमार पूर्णिया के बारहरा कोठी का निवासी है। वह कई महीनों से एक संगठित साइबर गैंग चला रहा था और लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ाने की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि विनोद के बैंक खाते से सिर्फ एक महीने के भीतर करीब डेढ़ करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है। वहीं, शिक्षिका से लूटे गए 24 लाख रुपये में से अभी भी 5 लाख रुपये आरोपी के खाते में मौजूद हैं। पुलिस अब इन पैसों और ट्रांजेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
साइबर थाना की टीम ने जनता को सतर्क करते हुए अपील की है कि किसी भी लालच में आकर अवैध गेमिंग एप डाउनलोड न करें। साथ ही अपने बैंक अकाउंट को कभी भी ऑटो डेबिट मोड में न रखें, वरना साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं।
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।
कटिहार साइबर थाना की पुलिस ने ‘गेमिंग एप’ के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का आरोप है। हाल ही में एक शिक्षिका से 24 लाख रुपये की ठगी की गई थी, जिसमें उसे ‘गेमिंग एप’ के ज़रिए ज़्यादा मुनाफा कमाने का लालच दिया गया था।
कटिहार साइबर डीएसपी वसीम फिरोज ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी विनोद कुमार पूर्णिया के बारहरा कोठी का निवासी है। वह कई महीनों से एक संगठित साइबर गैंग चला रहा था और लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ाने की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि विनोद के बैंक खाते से सिर्फ एक महीने के भीतर करीब डेढ़ करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है। वहीं, शिक्षिका से लूटे गए 24 लाख रुपये में से अभी भी 5 लाख रुपये आरोपी के खाते में मौजूद हैं। पुलिस अब इन पैसों और ट्रांजेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
साइबर थाना की टीम ने जनता को सतर्क करते हुए अपील की है कि किसी भी लालच में आकर अवैध गेमिंग एप डाउनलोड न करें। साथ ही अपने बैंक अकाउंट को कभी भी ऑटो डेबिट मोड में न रखें, वरना साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं।
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।