जिले के मोहनिया अनुमंडल मुख्यालय स्थित महाराणा प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल सिंह ने 40 वर्षों तक महाविद्यालय की सेवा करने के बाद सेवा सेवा निवृत हो गए । इस मौके पर महाविद्यालय परिवार की तरफ से धूमधाम से उनका भव्य स्वागत करते हुए विदाई समारोह का आयोजन शनिवार को किया गया था।कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डॉ अनिल सिंह को अंग वस्त्र से लेकर स्मृति चिन्ह एवं कई भेंट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ ब्रजेंद्र नारायण सिंह एवं संचालन इतिहास विषय के प्रोफेसर श्याम बिहारी सिंह ने किया। बताते चलें की श्री सिंह ने लगन और तपस्या से महाविद्यालय को आज जिस ऊंचाई पर ले जाने का काम किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। महाविद्यालय की जिम्मेदारी संभालने के समय महाविद्यालय का अपना भवन मिला तो था लेकिन उस महाविद्यालय के छत के नीचे पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के सर के ऊपर महाविद्यालय का अपना छत नहीं था। कड़ी मेहनत और तपस्या के बदौलत महाविद्यालय आज कहां से कहां तक पहुंचा हुआ है। महाविद्यालय के सचिव डॉ ब्रजेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि पाचार्य अनिल सिंह का जो मुख्य भूमिका है अब वो मुख्य भूमिका में तो नहीं रहेंगे लेकिन इनका सहयोग बराबर इस महाविद्यालय के माध्यम से हमें मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि आज से आप सभी की जिम्मेवारी अब ज्यादा बढ़ गई है कि आप सभी इस महाविद्यालय के विकास को लेकर योगदान देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट के बाद भी हम लोग प्राचार्य को छोड़ने वाले नहीं है,क्योंकि आगे भी इनकी सोच और अनुभव की इस महाविद्यालय को संचालित करने में जरूरत पड़ेगा। अब आगे जो भी इस महाविद्यालय की कुर्सी संभालने का काम करेगा उनकी इस सोच के ऊपर डिपेंड करता है कि वो किस तरह लोगो को एक साथ लेकर महाविद्यालय को प्रोन्नति की ओर ले जाने का काम करेंगे। इस मौके पर सीताराम पांडेय, धीरेंद्र सिंह, महेंद्र शंकर सिंह, शंभू सिंह, अशोक सिंह, सत्येंद्र सिंह, आस मोहम्मद, खुर्शीद अकरम असलम, दीनानाथ सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।