5 साल बाद मुख्यमंत्री का लगा जनता दरबार, बड़ी तादाद में लगी लोगों की भीड़, बिना रजिस्ट्रेसन के भी पहुंच रहे हैं लोग

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। 5 साल के लंबे अंतराल के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से जनता दरबार में मौजूद हैं। जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और इसमें बड़ी तादाद में लोगों की भीड़ उमड़ी है। मुख्यमंत्री आज तकरीबन ढाई सौ लोगों की फरियाद सुनने वाले हैं। इसके लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। साथ ही साथ उनका आरटी-पीसीआर कोरोना टेस्ट की कराया गया है। लेकिन सीएम के जनता दरबार से लोगों को इतनी उम्मीद है कि वह सीधे बिना रजिस्ट्रेशन के भी मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंच रहे हैं।

जनता दरबार में शामिल होने के लिए कोई भी मोबाइल एप JKDMM के माध्यम से भी किसी समस्या या शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इस एप का पूरा नाम है- जनता के दरबार में मुख्यमंत्री और इसे JKDMM की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। यह गूगल एप पर भी है। आवेदन करने के लिए संबंधित लोगों को आधार संख्या और मोबाइल नंबर देना होगा। अगर किसी के पास अपना मोबाइल नहीं है तो वह किसी परिचित का मोबाइल नंबर भी डाल सकते हैं। इस एप पर आवेदन जमा करने पर आवेदक को एक यूनिक संख्या उनके मोबाइल नंबर पर SMS और E-MAIL पर भी प्राप्त हो जाएगा। इस यूनिक संख्या के माध्यम से आवेदक अपनी शिकायत की अपडेट स्थिति मोबाइल एप पर प्राप्त कर सकते हैं।

मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के मुताबिक, कोविड के मद्देनजर जनता दरबार के लिए शिकायत आवेदन मोबाइल से लिए जाएंगे। इसके लिए JKDMM एप विकसित किया गया है। जिनके पास मोबाइल नहीं है, वे BDO, SDO और DM कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। संबंधित पदाधिकारियों द्वारा प्राप्त आवेदनों पर स्वीकृति और तिथि निर्धारण अनुमोदन करने के साथ ही इससे संबंधित सूचना संबंधित DM और BDO को जनता दरबार तिथि से लगभग चार-पांच दिन पूर्व ईमेल पर भेजी जाएगी। साथ ही बुलाए गए आवेदकों की सूची संबंधित DM और BDO एप पर लॉग-इन करके देख सकेंगे।

DM द्वारा सभी चिह्नित आवेदकों को सूचित कर सभी का RT-PCR टेस्ट और वैक्सीनेशन कराया जाएगा। इसके बाद टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर कोविड-19 नेगेटिव पाए जाने वाले आवेदकों को DM एक दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के साथ वाहन से पटना के लिए भेजेंगे। जिला प्रशासन द्वारा सभी आवेदकों को उनके आवेदन का प्रिंट आउट QR कोड सहित उपलब्ध कराया जाएगा। सभी आवेदन अपने साथ आधार कार्ड भी लेकर आएंगे। कैबिनेट सचिवालय की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में यह दिया गया है कि जिला प्रशासन इसके आने-जाने और दरबार के दौरान पेयजल और खाने की समुचित व्यवस्था करेंगे। पटना के पास वाले जिलों के DM चिह्नित आवेदकों को दंडाधिकारी के वाहन के साथ पटना सुबह 10:00 बजे तक उस परिसर में भेज देंगे, जहां मुख्यमंत्री मिलेंगे।

मंत्रिमंडल सचिवालय के अनुसार दूर से आने वाले आवेदक को DM एक दिन पहले कुछ चिह्नित जिला के लिए रवाना करेंगे। यहां उनके रात्रि विश्राम के साथ भोजन की व्यवस्था रहेगी। आवेदकों को संबंधित जिलाधिकारी सोमवार की सुबह जनता दरबार के लिए रवाना करेंगे। अररिया-कटिहार के लोगों के लिए बेगूसराय में रात्रि विश्राम की व्यवस्था रहेगी। इसी प्रकार किशनगंज व पूर्णिया के लोगों के लिए समस्तीपुर। सहरसा, सुपौल के लिए मुजफ्फरपुर , भागलपुर और बांका के आवेदकों के लिए नालंदा और प. चंपारण व मधेपुरा के लोगों के लिए वैशाली में रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाएगी। यह सभी व्यवस्था सरकारी स्तर पर अधिकारी करेंगे। पटना पहुंचने के बाद सभी लोगों की इस स्क्रीनिंग कर यह पुख्ता किया जाएगा कि उन्हें कोरोना है या नहीं।

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होगा। एक दिन में मुख्यमंत्री 300 से 400 लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाएंगी। तय किया जाएगा कि किस सोमवार को कौन से लोग अपनी किस समस्या को लेकर पहुंचेंगे। जनता दरबार में उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं और कोशिश यह की जाती है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान हो जाए।

प्रथम सोमवार – गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे।
द्वितीय सोमवार – स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग।
तृतीय सोमवार – ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग।

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