NEWSPR डेस्क। पटना बिहार के यात्रियों के लिए रेलवे ने सोमवार से पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले विभिन्न स्टेशनों से छठ के बाद यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए 88 विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बीरेंद्र कुमार के अनुसार , कोटा-दानापुर छठ स्पेशल (09817/09818) 31 अक्टूबर और 5 नवंबर को शाम 6.40 बजे कोटा से रवाना होगी और अगले दिन रात 8 बजे दानापुर पहुंचेगी। लौटने पर ये एक और छह नवंबर को रात साढ़े नौ बजे दानापुर से रवाना होगी। अगले दिन दोपहर दो बजे कोटा पहुंचेगी।
इसी तरह यशवंतपुर-दानापुर स्पेशल (06549/06550) 5 नवंबर (शनिवार) को सुबह 8 बजे यशवंतपुर से रवाना होगी और सोमवार को सुबह 8 बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी पर ये 7 नवंबर (सोमवार) को शाम 5.10 बजे दानापुर से रवाना होगी और बुधवार को दोपहर 1.30 बजे यशवंतपुर पहुंचेगी। उन्होंने कहा, सहरसा-अमृतसर अनारक्षित छठ स्पेशल (05553) 3 नवंबर को सुबह 9.20 बजे सहरसा से रवाना होगी और पहुंच जाएगी। अमृतसर अगले दिन शाम 6.30 बजे जबकि दिल्ली-दरभंगा स्पेशल (04074) 31 अक्टूबर को शाम 4 बजे दिल्ली से रवाना होगी और अगले दिन शाम 6.30 बजे दरभंगा पहुंचेगी।
इसके अलावा, 18 छठ विशेष ट्रेनें दानापुर, समस्तीपुर और रक्सौल से चलने वाली हैं। सीपीआरओ ने बताया कि 31 अक्टूबर को सात ट्रेनें जयनगर, दरभंगा, बरौनी, रक्सौल और दानापुर से दो नवंबर को चलेंगी। 4 नवंबर को मुजफ्फरपुर , बरौनी, दरभंगा, सहरसा और दानापुर से 8 छठ स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके बाद 5 नवंबर को छह, 6 नवंबर को पांच, 7 नवंबर को तीन, 8 नवंबर को छह, 9 नवंबर को तीन, 10 नवंबर को पांच ट्रेनें चलाई जाएंगी। पटना, गया, धनबाद, सीतामढ़ी, रक्सौल, दानापुर, सहरसा और मुजफ्फरपुर से 11 नवंबर को छह, 12 नवंबर को पांच और 13 नवंबर को चार स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।
सीपीआरओ के मुताबिक, छठ स्पेशल ट्रेनें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हावड़ा, सिकंदराबाद, पुणे और अहमदाबाद के लिए फुल ऑक्यूपेंसी रेट के साथ चल रही हैं। उन्होंने कहा कि कुल 88 छठ विशेष ट्रेनों में से चार गया-धनबाद-हावड़ा रूट से ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन से गुजर रही हैं। आपको बता दें कि रेलवे की इन स्पेशल ट्रेनों की वजह से ट्रेन में ज्यादा भीड़ नहीं होगी। यात्री आराम से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे ने यात्रियों की भीड़ को देखते हुए ये व्यवस्था की है, ताकि उन्हें किसी परेशानी का सामना नहीं करनी पड़े।