NEWSPR डेस्क। नालंदा में सहकारिता के जनक अयोध्या बाबू की 31वीं पुण्यतिथि गुरुवार को को-ऑपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय प्रांगण में मनाई गई। इस मौके पर अस्थावां विधायक व अयोध्या बाबू के पुत्र डॉ जितेन्द्र कुमार ने परिसर में स्थापित उनके प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धासुमन दी गई।
इस मौके पर उन्होंने अयोध्या बाबू के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह जमीन से जुड़े हुए सहकारिता नेता सह अस्थावां के विधायक की भूमिका में अपना सर्वस्व जीवन न्यौछावर कर दिए। उन्होंने किसानों, नौजवानों, दलितों, शोषितों, पिछड़ों तथा सभी जाति-धर्म के लोगों को एक सूत्र में बांधकर सहकारिता के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में जिले से लेकर प्रदेश तक कई ऐसे कार्य किए जिनके दिए पद चिन्हों पर आज भी लोग चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज दुख के साथ साथ संकल्प,इबादत,धर्म का दिन है। स्वर्गीय अयोध्या बाबू की सोच हमेशा सकारात्मक रही है। जियो और जीने दो कहा उनका मूल मंत्र था क्योंकि सहकारिता का मूल मंत्र एक दूसरे के सहयोग से ही सहकारिता आंदोलन आगे बढ़ सकता है। स्वर्गीय अयोध्या प्रसाद सहकारिता के क्षेत्र में बखूबी नालंदा जिले में अपनी सहभागिता निभाई। सहकारिता को लेकर उनकी जो सोच थी आज उसे क्रियान्वित किया जा रहा है। विधायक के रुप में की गई इनके कार्य आज भी लोगों के जेहन में है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा