मुंगेर बौद्ध सर्किट पहुंचने के लिए शुरू होगा हवाई मार्ग, बिहार के इन राज्यों को भी नेशनल हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ा जाएगा

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मुंगेर बौद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों तक देश-विदेश के पर्यटकों के पहुंचने की सुविधा के मद्देनजर इन्हें हवाई मार्ग से भी जोड़ा जायेगा। पर्यटन मंत्रालय की पहल पर नेशनल हेलीकॉप्टर सेवा से बिहार के वैशाली, पटना, गया, राजगीर एवं बोधगया के साथ ही यूपी के वाराणसी और कुशीनगर को भी जोड़ा जायेगा। लेकिन ऐतिहासिक, पर्यटक स्थलों की श्रृखंला एवं औद्योगिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध मुंगेर को एक बार पुन: उपेक्षित कर दिया गया है। जिसके बाद मुंगेर वासी एक बार फिर जिले में हवाई सेवा को शुरू करने के मांग करने लगे है।

मुंगेर के 100 वर्ष पुराने एयरपोर्ट से अगर हवाई सेवा शुरू कर दी जाए तो मुंगेर अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर आ जायेगा। पर्यटन के क्षेत्र में भी तरक्की होगी, वहीं जिले के विकास में भी मदद मिलेगी। हर जिलेवासियों की सरकार से अपेक्षा है कि जिस तरह रिजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत जिस तरह से दरभंगा से हवाई सेवा शुरू किया था। उसी तरह मुंगेर से भी शुरू किया जाय।

योगाश्रम आने वाले विदेशियों को पटना से सड़क मार्ग से मुंगेर आना पड़ता है। हर साल लगभग 5000 हजार से अधिक विदेशी यहां आते हैं। क्योंकि योगाश्रम का दायरा विश्व के 30 से 40 देशों में फैला हुआ है। आनंदमार्ग के संस्थान प्रभात रजन सरकार की जन्मस्थली मुंगेर है। विदित हो आनंद मार्ग का फैलाव भी विश्व के 20 से अधिक देशों में फैला हुआ है। जिसके कारण सालो भर यहां विदेशियों का आना-जाना लगा रहता है। मुंगेर से हवाई सेवा प्रारंभ करने के लिए समय-समय पर सफियाबाद हवाई अड्डा को विभिन्न योजनाओं से तैयार किया गया।

8 करोड़ की लागत हवाई अड्डा में राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर हवाई पट्टी और लाउंज का निर्माण कराया गया। जिसका 24 मई 2016 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया गया लेकिन यहां से हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाया। रनवे का उपयोग वाहन सीखने के लिए लोग करते है। बड़ी संख्या में चार चक्का वाहन और मोटर साइकिल इस रनवे पर दौड़ती है। इतना ही नहीं जो लाउंज बनाया गया है वह भी रखरखाव के अभाव में जर्जर होने लगी है।

जबकि हवाई अड्डा परिसर अब पूरी तरह से मवेशियों का चारागाह बन गया है पर इतने पैसे खर्च करने के बाद भी हवाई सेवा की शुरुआत नही की गई। जबकि मुंगेर में अब यूनिवर्सिटी के साथ साथ इंजीनियरिंग कॉलेज और देश का दूसरा और बिहार का पहला वानिकी कॉलेज खुल गया है। एसे में युवाओं का भी मानना है कि अगर मुंगेर में हवाई सेवा की शुरुआत की जाती है तो बाहर से पढ़ने आने वाले छात्रों को काफी सुविधा मिल जायेगी।

मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट

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