पालीगंज की जागरूक और संघर्षशील जनता के लिए आज का दिन इतिहास में एक सुनहरे अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। लंबे समय से चली आ रही मांग, जनआंदोलनों और जनसुनवाई के बाद आखिरकार पुनपुन नदी पर समदा पुल के निर्माण का शिलान्यास संपन्न हो गया। करीब 140 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण ₹17 करोड़ से अधिक की लागत से किया जाएगा।
यह पुल न केवल पालीगंज को बल्कि आसपास के चार जिलों के लगभग 50 गांवों को आपस में जोड़ेगा, जिससे क्षेत्र में आवागमन, व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा में व्यापक सुधार आएगा।
पालीगंज के विधायक संदीप सौरव ने इसे जनता की जीत बताया और कहा कि यह पुल सिर्फ एक निर्माण नहीं, बल्कि वर्षों से इंतजार कर रहे किसानों, मजदूरों, विद्यार्थियों और आम लोगों के संघर्ष और विश्वास की जीत है। यह पुल सामाजिक और आर्थिक तरक्की की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
इस मौके पर भाकपा (माले) के नेता राजेश, जरखा पंचायत के सरपंच ब्रजमोहन साव, कटका पैगंबरपुर के मुखिया ज्ञानवर्धन शर्मा, पूर्व मुखिया डॉ. कृष्णा प्रसाद, शमीम अहमद, गणेश दत्त, पार्टी के प्रखंड सचिव कॉ. सुरेन्द्र पासवान, जरखा पंचायत के पूर्व मुखिया बबुआ नन्द, अखिलेश माँझी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और ग्रामीण उपस्थित थे।
समदा पुल केवल एक कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि यह पालीगंज क्षेत्र के विकास, एकजुटता और लोकतांत्रिक भागीदारी का प्रतीक बन चुका है। यह पुल जनआंदोलनों की ताक़त और जनता की उम्मीदों की जीत का साक्षी रहेगा।