झोलाछाप डॉक्टर की दरिंदगी! रामनगर में अवैध अबॉर्शन के बाद महिला की मौत, परिजनों का फुटा गुस्सा

Puja Srivastav

NEWSPR डेस्क। पश्चिम चंपारण जिले के रामनगर थाना क्षेत्र से एक निजी अस्पताल में लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है. नेपाली टोला स्थित संजीवनी हेल्थ केयर में कथित अबॉर्शन के बाद एक प्रसव पीड़िता की मौत हो गई, जिससे आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने शव के साथ अस्पताल के सामने जमकर प्रदर्शन किया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और झोलाछाप चिकित्सकों पर गंभीर आरोप लगाते हुए बड़ी कार्रवाई की मांग की है. घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया, जिसके चलते पुलिस और प्रशासनिक टीम को मौके पर पहुंचना पड़ा.

मृतका के परिजनों का आरोप है कि 10 दिसंबर को गर्भवती महिला का अवैध रूप से अबॉर्शन किया गया था. इसके बाद उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने समय रहते न तो उचित इलाज किया और न ही किसी बड़े अस्पताल में रेफर किया. आरोप है कि यूटेरस में छेड़छाड़ के कारण महिला की हालत गंभीर हुई और अंततः उसकी मौत हो गई. परिजनों का यह भी कहना है कि इलाज के नाम पर दो किश्तों में कुल 90 हजार रुपये वसूले गए, बावजूद इसके जच्चा-बच्चा दोनों की जान नहीं बच सकी.

परिजनों ने नंदलाल यादव उर्फ एन.के. यादव पर खुद को डॉक्टर बताकर बिना योग्यता सर्जरी करने का आरोप लगाया है. वहीं अस्पताल से जुड़ी डॉ. कृति यादव (एमबीबीएस गायनी) का नाम भी सामने आ रहा है. हालांकि डॉ. कृति यादव का कहना है कि उन्होंने केवल ब्लीडिंग की सफाई का इलाज किया था और अबॉर्शन या महिला की मौत से उनका कोई संबंध नहीं है. उन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. फिलहाल यह जांच का विषय है कि संबंधित चिकित्सकों की डिग्री और रजिस्ट्रेशन वैध हैं या नहीं.

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और निजी अस्पताल की मान्यता, पंजीकरण तथा चिकित्सकों की डिग्री की जांच शुरू कर दी गई है. इस संबंध में सीएचसी रामनगर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. डी.एस. आर्या ने बताया कि लिखित शिकायत मिलते ही नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस घटना ने जिले में संचालित अवैध निजी क्लीनिकों और झोलाछाप चिकित्सकों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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