चैत्र शुक्ल पक्ष चतुर्थी दिन -02:31 उपरांत पंचमी
श्री शुभ संवत-2079,शाके-1944, हिजरी सन-1443-44
सूर्योदय-05:37
सूर्यास्त-06:08
सूर्योदय कालीन नक्षत्र
-कृतिका उपरांत रोहिणी ,योग-प्रीति,करण-भ
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार-सूर्य -मीन , चंद्रमा- वृष , मंगल-मकर ,बुध-मीन , गुरु-कुम्भ,शुक्र-कुम्भ ,शनि-मकर,राहु-वृष,केतु-वृश्चिक
चौघड़िया-
प्रातः:06:00 से 07:30 अमृत
प्रात:07:30 से 09:00 तक काल
प्रातः 09.00 से 10.30 तक शुभ
प्रातः10:30 से 12:00 रोग
दोपहरः 01.30 से 03.00 तक उद्वेग
शामः 03.00 से 04.30 तक चर
शामः 04.30 से 06.00 तक लाभ
उपायःप्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कर्पूर जरूर जलाएं।
आराधनाः“ऊँ जयन्ती मङ्गलाकाली भद्रकाली कपालिनी।दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते”।।
खरीदारी के लिए शुभ समयः शामः 04.30 से 06.00 तक अमृत।
उपायः गुड़ खाकर पानी पीकर कार्य आरंभ करें।
आराधनाःभगवान शंकर जी की आराधना करें।
राहु काल: 07.30 से 9:00 तक.
दिशाशूल-पूर्व एवं अग्नेय